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हंसडीहा-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन पर संकट

By Edited By: Published: Tue, 29 Jul 2014 06:37 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jul 2014 06:37 PM (IST)
हंसडीहा-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन पर संकट

हंसडीहा : टिकट की बिक्री नहीं की वजह से रेलवे प्रशासन 53445 हंसडीहा-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन बंद करने पर विचार कर रहा है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय अगले माह लिया जाएगा। रेल मंत्रालय ने सभी डिवीजन को स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिन स्टेशनों पर एक्सप्रेस टिकटों की बिक्री निर्धारित मानक से कम हो रही है, वहां एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया। साथ ही उन पैसेंजर ट्रेनों का भी परिचालन बंद किया जाए जिनके टिकट की बिक्री नहीं के बराबर होती है।

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रेल मंत्रालय वैसे स्टेशन या हाल्ट की मान्यता समाप्त करने पर विचार कर रहा है, जहां टिकटों की बिक्री नहीं होती है। रेलवे सूत्रों के अनुसार हंसडीहा से भागलपुर के बीच रात में चलने वाली 53445 अप पैसेंजर ट्रेन घाटे में चल रही है। कर्मचारियों का वेतन तो दूर डीजल का खर्च भी नहीं निकल रहा है। इस ट्रेन में भागलपुर से हंसडीहा आने के लिए प्रतिदिन औसतन 10 से 20 तो हंसडीहा से भागलपुर जाने के लिए औसतन दस टिकट की बिक्री प्रतिदिन हो रही है। सुबह के वक्त चलने वाली 53441 हंसडीहा-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन में टिकटों की बिक्री बढि़या तो नहीं पर ठीक-ठाक होने के कारण इस ट्रेन सेवा पर संकट के बादल नहीं दिख रहा पर रात वाली ट्रेन पर संकट मंडरा रहा है। रेल मंत्रालय के कदम को देख मालदा डिवीजन के अधिकारियों ने पिछले दिनों ही पहली बार भागलपुर-हंसडीहा रेलखंड पर टिकट जांच अभियान चलाया, ताकि रेलवे की आमदनी बढ़े और ट्रेन सेवा बंद नहीं हो।

रेलवे सूत्रों के अनुसार 30 सितम्बर तक आय में बढ़ोत्तरी नहीं हो पाने की स्थिति में रेलवे बोर्ड पैसेंजर ट्रेन के परिचालन पर रोक लगाने के साथ ही कम आय वाले स्टेशन व हाल्ट की मान्यता समाप्त करने का फैसला लिया है। ऐसे स्टेशनों व हाल्ट की सूची रेलवे बोर्ड द्वारा मंगाई गई थी। जिसे डीआरएम ने भेज भी दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर-हंसडीहा रेलखंड पर बाराहाट, हाट पुरैनी, कोईली खुटाहा, धौनी, पुनसिया, बेला व पांडेटोला वैसे हाल्ट में शामिल है जहां टिकटों की बिक्री नहीं के बराबर होती है।

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सामाजिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों से कम आय वाले स्टेशन या हाल्ट की आय बढ़ाने के लिए सहयोग करने को कहा गया है। अगर राजस्व में वृद्धि नहीं हुई तो हाल्ट की मान्यता समाप्त होने के साथ परिचालन पर भी असर पर सकता है।

एसके मुर्मू, एरिया मैनेजर, भागलपुर


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