रेल यात्रियों की जान से खेल रहा रेलवे!
जागरण संवाददाता, धनबाद : आग एवं भू-धंसान प्रभावित धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर चलने वाली मेल-एक्सप्रे
जागरण संवाददाता, धनबाद : आग एवं भू-धंसान प्रभावित धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर चलने वाली मेल-एक्सप्रेस गाड़ियों के यात्रियों की जान से रेलवे खेल रहा है। कभी भी भीषण दुर्घटना हो सकती है और बड़ी संख्या में यात्री हताहत हो सकते हैं। बावजूद रेलवे को खतरा नहीं दिख रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने रेलवे और डीजीएमएस को संयुक्त रूप से धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस समेत करीब एक दर्जन जोड़ी मेल और एक्सप्रेस गाड़ियां चलती है। आग एवं भू-धंसान के खतरे के मद्देनजर इस रेल लाइन पर रेल गाड़ियों की गति नियंत्रित रहती है। लेकिन, रेलवे के अधिकारी इस सच्चाई को स्वीकार न कर यात्रियों की जान से खेल रहे हैं। पिछले दिनों झरिया मास्टर प्लान की हाई पावर कमेटी की बैठक नई दिल्ली में हुई। बैठक में अग्नि प्रभावित क्षेत्र से गुजरने वाली रेल लाइनों का मुद्दा उठा। रेलवे के अधिकारियों ने साफ कहा कि आग एवं भू-धंसान से धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर कोई खतरा नहीं है। इसका डीजीएमएस प्रतिनिधि ने जोरदार विरोध किया। कहा-खतरा है। कभी भी भू-धंसान के कारण रेल गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो सकती है। यात्रियों की जान जा सकती है। सवाल किया-अगर खतरा नहीं है तो फिर रेल लाइनों को शिफ्ट करने की योजना क्यों बनी? झरिया मास्टर प्लान की क्रियान्वयन एजेंसी जेआरडीए सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय कोयला सचिव ने सुरक्षा के मद्देनजर दिशा-निर्देश दिया है। कहा गया है कि रेलवे रेल लाइन का डीजीएमएस के साथ संयुक्त निरीक्षण करे। सूत्रों ने बताया कि अग्नि प्रभावित रेल लाइनों को सुरक्षित स्थान में शिफ्ट करने पर बहुत बड़ी राशि खर्च होगी। इस खर्च को रेलवे वहन करने के मूड में नहीं है। इस कारण वह खतरे को ही नजरअंदाज कर रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।