दो बच्चों को डूबने से बचाया पर अपनी बेटी को नहीं बचा सकी
उसकी दिलेरी की चर्चा हो रही है, भले उसका गम लोगों को नहीं दिख रहा।
जासं, बोकारो। बेरमो खटाल स्थित दामोदर नदी में तीन बच्चे शनिवार को स्नान करने के दौरान नदी में डूब गए, जिनमें से दो बच्चों को बेरमो दक्षिणी पंचायत की मुखिया रूपा देवी ने तैरकर तो बचा लिया, लेकिन उनकी आंखों के सामने ही उनकी अपनी बेटी ममता कुमारी (12) नदी में समा गई।
बाद में घंटों मशक्कत के बाद खेतको और जरीडीह बाजार के गोताखोरों ने ममता का शव नदी से बाहर निकाला। ममता जरीडीह बाजार स्थित मध्य विद्यालय की 7 वीं की छात्रा थी।
बताया जाता है कि शनिवार की दोपहर बेरमो दक्षिणी की मुखिया रूपा देवी अपनी 12 वर्षीय पुत्री ममता के साथ अपने आवास के पीछे दामोदर नदी के किनारे स्नान करने गई थी। इसी दौरान 8 वर्षीय चंदन कुमार व 10 वर्षीय अंजली कुमारी भी नदी में स्नान करने आ गई। ममता उक्त दोनों बच्चों के साथ नदी में स्नान कर रही थी। अचानक तीनों बच्चे दामोदर नदी में बहने लगे।
रूपा देवी ने जब बच्चों को डूबते देखा तो वह नदी में कूद कर चंदन व अंजली को किसी तरह नदी से बाहर सुरक्षित बाहर निकाल लाई, लेकिन इस दौरान उनकी नजर अपनी बच्ची पर नहीं पड़ी। जब नदी में ममता का सिर दिखा तो मुखिया ने फिर से नदी में छलांग लगा दी, लेकिन तबतक बच्ची गहरे पानी में समा चुकी थी। ममता को बचाने के प्रयास में मुखिया भी जलधारा में फंस गई, लेकिन आसपास की महिलाओं ने साड़ी फेंक कर उन्हें नदी से बाहर निकाल लिया। ममता का नदी में कोई अतापता नहीं चल पा रहा था।
मुखिया की दिलेरी की चर्चा सब जगह :
बेरमो दक्षिणी पंचायत की मुखिया रूपा देवी की दिलेरी की चर्चा बेरमो व आसपास के क्षेत्रों में हो रही है, भले उनका गम लोगों को नहीं दिख रहा। मुखिया ने डूब रहे बच्चों को बचाने में अपनी बच्ची की सुध खो दी। जबतक अपनी डूबती बच्ची को बचाने की सुध आती, तबतक देर हो चुकी थी।
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