बोकारो में भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा
निगम के स्थानीय प्रबंधक दयाशंकर झा की देखरेख में गोदाम में रखे हजारों क्विंटल गेहूं में पानी पटाने का काम चल रहा था।

चास (बोकारो), जागरण संवाददाता। बोकारो में भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। यहां वर्षो से चल रहे अनाज के खेल को आज कुछ लोगों की गुप्त सूचना के बाद चास एसडीओ सतीश चंद्रा ने पकड़ा है। निगम के स्थानीय प्रबंधक दयाशंकर झा की देखरेख में गोदाम में रखे हजारों क्विंटल गेहूं में पानी पटाने का काम चल रहा था। यह खेल वर्षो से जारी। सूत्रों का कहना रात्रि में बोमा मारकर चावल व गेहूं निकाला जाता है।
उस वजन को पूरा करने के लिए उसमें उठाव से एक दिन पूर्व पानी पटा दिया जाता है ताकि सुबह में जब उठाव हो तो वजन ज्यों का त्यों रहे। हालांकि छापेमारी के बाद बचने के लिए आनन-फानन में गोदाम के पास कीटनाशक छिड़काव की मशीन लाकर मामले को सलटने का प्रयास किया गया, लेकिन वह बेकार साबित हुआ। चूंकि जिस पाइप से पानी पटाया जा रहा था वह सीधे टंकी से बोरे के स्टॉक पर रखा हुआ था। किसी भी बोरे से न तो कीटनाशक की गंध आ रही थी और न ही आसपास दवा की इतनी मात्रा उपलब्ध थी कि हजारों टन गेहूं पर छिड़का जा सके। छापेमारी के बाद एसडीओ ने कहा कि यह पूरी तरह गड़बड़ी का मामला है।
यहां के स्थानीय प्रबंधक के खिलाफ धनबाद के क्षेत्रीय प्रबंधक को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। इसके बाद स्टाक की जांच होगी। इस मामले की सूचना भाजपा के जिला मंत्री राहुल कुमार ने पहले प्रेस को व उसकेबाद एसडीओ को दी।
मामला गंभीर है, इसमें स्थानीय प्रबंधन की मिलीभगत है। जब छापेमारी की गई तो बचने के लिए कीटनाशक छिड़काव की बात बताई गई जो कि गलत है। कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जाएगी, साथ ही पूरे स्टॉक की जांच होगी।
-सतीश चंद्रा, एसडीओ चास
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