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    कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाला

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 04 Apr 2017 01:00 AM (IST)

    राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में राजनीतिक अटकलों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा मुख्यमंत्री वीरभद्र सि ...और पढ़ें

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    कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाला

    राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में राजनीतिक अटकलों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का त्यागपत्र मांग रही है तो कांग्रेसी इसे भाजपा नेताओं का षड्यंत्र बता रही है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर विपक्षी भाजपा के सियासी हमलों का जवाब देने के लिए कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। वीरभद्र सिंह के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सरकार के मंत्री दिल्ली कूच कर रहे हैं। इसे देखते हुए वीरभद्र सिंह के समर्थन में सरकार के अधिकांश मंत्री उतर गए हैं। वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष निर्दलीय विधायकों की परेड प्रदेश सरकार के काम नहीं आई। मनोहर धीमान ने भाजपा में जाने के संकेत दे दिए हैं।

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    मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुडे़ मामलों की न्यायालय में हो रही सुनवाई के बाद प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। प्रदेश कांग्रेस सरकार के मंत्री दिल्ली रवाना हो गए हैं। दिल्ली जाने वाले मंत्रियों में ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया, वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी का नाम सामने आया है। मंगलवार को उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री दिल्ली पहुंच जाएंगे। जबकि शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा व परिवहन मंत्री जीएस बाली पहले से दिल्ली में मौजूद हैं।

    स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा, आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी, आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल प्रदेश में ही हैं। वर्तमान परिस्थितियों में कौल सिंह ठाकुर व जीएस बाली को वीरभद्र सिंह समर्थकों से बाहर गिना जाता है। हालांकि कांग्रेस आलाकमान स्पष्ट कर चुकी है कि चार्जशीट दाखिल होने की स्थिति में भी वीरभद्र सिंह पद पर बने रहेंगे।

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    छिटक गए निर्दलीय

    निर्दलीय विधायक मनोहर धीमान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भाजपा में आने से इन्कार नहीं कर रहे। अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से विचार करने के बाद निर्णय लेंगे। जबकि पवन काजल की भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों के साथ लंबी बैठकें हो चुकी हैं।