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    बौद्ध सर्किट के तहत विकसित होंगे हिमाचल के गोंपा

    By Babita KashyapEdited By:
    Updated: Tue, 13 Jun 2017 09:47 AM (IST)

    केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत, सब का साथ-सब का विकास' के तहत सभी मिलकर प्रदेश व देश का विकास करेंगे। ...और पढ़ें

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    बौद्ध सर्किट के तहत विकसित होंगे हिमाचल के गोंपा

    मनाली, संवाद सहयोगी। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि बौद्ध सर्किट के तहत हिमाचल के गोंपा भी विकसित किए जाएंगे। 250 की इस योजना में अब हिमाचल को भी शामिल किया जाएगा। 

    केंद्र सरकार ने पर्यटन के विकास के लिए हिमाचल को 200 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसके तहत तांदी में चंद्रभागा संगम स्थल पर तट का जीर्णोद्धार कर यहां घाट का निर्माण किया जाएगा। संगम पर्व समिति की अपेक्षा के अनुरूप तांदी संगम तट का जीर्णोद्धार, घाट का निर्माण व अन्य कार्य तुरंत आरंभ किए जाएंगे। लाहुल-स्पीति स्थित चंद्रभागा नदी के संगम स्थल पर आयोजित संगम पर्व में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत, सब का साथ-सब का विकास' के तहत सभी मिलकर प्रदेश व देश का विकास करेंगे। 

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    यहां पर्यटन, धार्मिक व सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अन्य विकास कार्य भी करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दूसरी बार संगम पर्व के आयोजन का उद्देश्य चंद्र व भागा नदी के संगमस्थल की हालत सुधारना और इस धार्मिक स्थान के महत्व को फिर से स्थापित करना है। महेश शर्मा ने कहा कि रोहतांग सुरंग का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इसके बनने से लाखों पर्यटक लाहुल स्पीति देखने आएंगे, जिसकेलिए संरचनात्मक ढांचे का विकास करना जरूरी है। गोंपाओं को बौद्ध सर्किट में शामिल करके इनका जीर्णोद्धार किया जाएगा। प्राचीन मंदिर मृकुला माता के जीर्णोद्धार के लिए भी बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी।

    इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि संगम स्थल का सांस्कृतिकव ऐतिहासिक महत्व है और यह स्थल हरिद्वार से कम महत्वपूर्ण नहीं है। हरियाणा सरकार की ओर से संगम घाट को विकसित करने के लिए हरसंभव सहायता दी जाएगी। पूर्व मुंख्यमंत्री प्रेम कुमार घूमल ने कहा कि तांदी संगम नदियों के साथ विचारधाराओं का भी संगम है। पर्व का आयोजन करने के लिए सरकार सिर्फ मदद कर सकती है।

    इसके लिए स्थानीय लोगों को भी आगे आना होगा। अटल बिहारी वाजपेयी का सपना रोहतांग सुरंग जल्द पूरी होने वाली है। उन्होंने लोगों की मांग के अनुसार रोहतांग सुरंग का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की भी मांग की। इस अवसर पर लाहुल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर, पूर्व मंत्री रामलाल मार्कंडेय, विश्व च्हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री दिनेश चंद्रा, मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा और संगम पर्व के आयोजक चंद्रमोहन भी उपस्थित थे।

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