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एशिया का सबसे ऊंचा चिचम पुल जनता को समर्पित

साढ़े 5 करोड़ से तैयार हुआ 120 मीटर लम्बा व 150 मीटर ऊंचा पुल 5 करोड़ की लागत से क्योटो चिचम काजा बाई पास सड़क भी बनकर तैयार

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 04 Sep 2017 01:04 PM (IST)Updated: Mon, 04 Sep 2017 04:34 PM (IST)
एशिया का सबसे ऊंचा चिचम पुल जनता को समर्पित
एशिया का सबसे ऊंचा चिचम पुल जनता को समर्पित

काजा लाहुल स्पिति, संवाद सहयोगी। एशिया का ऊंचाई पर बना 120 मीटर सबसे लंबा भव्य पुल बनकर तैयार हो गया है। प्रदेश सरकार ने इस एतिहासिक पुल को तैयार कर स्पिति घाटी के दुर्गम गांव चिचम के राहत प्रदान की है। साढ़े 5 करोड़ की लागत से तैयार इस पुल को बनाने में लम्बा समय जरूर लगा है लेकिन इसके बन जाने से क्योटो चिचम काजा से जुड़ गया है। विधायक रवि ठाकुर की उपस्थिति में इस पुल का उदघाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग से किया गया। विधायक रवि ठाकुर ने बस को हरी झंडी देकर रवाना किया। 

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क्योटो चिचम काजा बाई पास के बन जाने से मनाली आने वाले लोग अब रंगरिक पांग का रुख नही करना पड़ेगा। मनाली आने वाले लोग अब किबर ओर चिचम होते हुए क्योटो निकलेंगे। पुल ओर सड़क के उदघाटन समारोह में विधायक रवि ठाकुर ने स्पिति की जनता को शुभ कामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में  स्पीति घाटी में अभूतपूर्व विकास हुआ है। ठाकुर ने कहा कि इस 150 मीटर ऊंचे पुल का निर्माण करने वाले इंजीनियर ओर कामगार बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि इस पुल व सड़क पर साढ़े 10 करोड़ खर्च किये गए है।  सड़क और पुल निर्माण प्रदेश सरकार की बड़ी उपलव्धि रही है। उन्होंने विकास कार्यो को गति देने व धन उपलव्ध करवाने को प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार जताया।

स्पीति के टीएसी सदस्य गटुक आगमो ओर सोहन सिंह ने विकास कार्यो को धरातल पर उतारने को प्रदेश सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि स्पिति में अधिकतर विकास कार्य कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही हुए है। उन्होंने कहा कि विधायक रवि ठाकुर के नेतृत्व में लाहुल स्पीति का एक समान विकास हुआ है। कांग्रेस  इस अवसर पर एडीसी डॉ विक्रम नेगी, एसडीएम अरुण शर्मा,पीडब्लूडी अधिशाषी अभियंता वीरेंद्र भारद्वाज, आईपीएच अधिशाषी अभियंता इंद्र सिंह सहित विभिन विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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