ओबीसी वोट बैंक तक पहुंची थप्पड़ की गूंज
दिनेश कटोच, धर्मशाला कांगड़ा में कांग्रेस के सियासी मंजर में सोशल मीडिया में थप्पड़ की गूंज के बाद ज
दिनेश कटोच, धर्मशाला
कांगड़ा में कांग्रेस के सियासी मंजर में सोशल मीडिया में थप्पड़ की गूंज के बाद जैसे ही मंत्री तक आरोप आए, मंत्री के समर्थकों ने भी पलटवार शुरू कर दिया है। बात ने इतना तूल पकड़ लिया है कि अब यह ओबीसी वोट बैंक तक पहुंच गई है।
सोशल मीडिया पर सुबह से नीरज भारती व पवन काजल में मारपीट की चर्चाओं का दौर शुरू हुआ। बात दोनों विधायकों तक पहुंची तो उनका जवाब भी आ गया। दोनों ने सफाई दी कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। उसके साथ ही दोनों ने जिले के वरिष्ठ मंत्री को इसका जिम्मेदार ठहरा दिया। सोशल मीडिया पर फिर से नीरज भारती द्वारा जिला कांगड़ा के एक वरिष्ठ नेता के खिलाफ की गई टिप्पणी 'ब्राह्माण बोलता है पर नाम में सिंह लगाता है' से बवाल मच गया। पहले तो यह मामला मात्र दोनों विधायकों के बीच लड़ाई का था, जिसमें दोनों ही विधायकों ने अपनी सफाई में कांगड़ा के वरिष्ठ नेता पर झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया। बाद में जब विधायक नीरज भारती द्वारा सीधेतौर पर सोशल मीडिया पर तंज कसा गया तो यह मंत्री के करीबियों को भी नागवार गुजरा। फिर मंत्री के समर्थकों ने भारती के पुराने कारनामों की फेहरिस्त भी सोशल मीडिया पर उजागर कर दी। हालांकि पहले तो यह जगजाहिर नहीं था कि कौन मंत्री इस सबके पीछे है, लेकिन मंत्री के करीबी ने सोशल मीडिया पर विधायक के खिलाफ कई राज उगल कर आरपार की लड़ाई शुरू कर दी है। कांगड़ा विस क्षेत्र के विधायक के साथ ओबीसी के मुद्दे पर उक्त वरिष्ठ नेता की जुबानी जंग पहले भी हो चुकी है और अब फिर से ओबीसी के नाम पर वोट लेने वाले इन नेता को दोनों ही विधायकों ने ओबीसी का हितैषी बनने पर उनकी पोल भी खोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मामला चाहे कुछ भी हो, लेकिन अब जिला कांगड़ा में गुटबाजी की खाई और गहरी होने के आसार बढ़ गए हैं। अब इस नेता को घेरने की कवायद में दो विधायक पूरी तरह से सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आ चुके हैं, जो कि जिला कांगड़ा में कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं माना जा सकता है।
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