इन तरीकों से उतर जाएगा आपकी आंखों का चश्मा
क्या आप भी नजर का चश्मा लगा-लगाकर परेशान हो गयी हैं तो इन उपायों को अपनाकर आप इस चश्मे से हमेशा के लिये निजात पा सकते हैं।
आंखें हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जिनके बिना कोई भी काम हम कुशलता से नही कर सकते। इन आंखों से हम इस खूबसूरत संसार को देख पाते हैं। लेकिन आजकल के लाइफस्टाइल, प्रदूषण और उम्र के साथ-साथ हमारी ये आंखें कमजोर होने लगती है और हमें चश्मे का सहारा लेना पड़ता है। इनाडुइंडिया के अनुसार कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे भी हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी आंखों की दिन-प्रतिदिन कम होती रोशनी को कमजोर होने से बचा सकते हैं।
-प्रतिदिन पैरों के तलवे पर देसी घी की मालिश करें।
-रात को सोते समय प्रतिदिन अपने पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करें।
-नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
- सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर घूमें।
- एक चने के दाने के बराबर फिटकरी को सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में डालकर रख लें। रोजाना रात को सोते समय इस गुलाबजल की चार-पांच बूंद आंखों में डाले।
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- प्रतिदिन आंवले के पानी से आंखों को धोयें।
- सोते समय आंखों में गुलाबजल की दो-दो बूंद डालें।
-हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर, पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है व आंखें स्वस्थ रहती हैं।
-सुबह के समय उठकर बिना कुल्ला किए मुंह की लार अपनी आंखों में काजल की तरह लगाएंं। लगातार छह महीने करते रहने पर चश्मे का नंबर कम हो जाता है।
-कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज करने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है।
-बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ व मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें। रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें।
-बेलपत्र का 20 से 50 मि.ली. रस पीने और 3 से 5 बूंद आंखों में काजल की तरह लगाने से आंखों में होने वाला रतौंधी रोग ठीक हो जाता है।
-आंखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना, आंखें आना, आंखों की कमजोरी, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर पानी में मिलाकर पी जाएं।
-केला, गन्ने का सेवन आंखों के लिये लाभकारी होता है।
-एक नींबू एक गिलास पानी में पीते रहने से जीवन भर नेत्र ज्योति बनी रहती है।