भाजपा प्रत्याशी को संजीवनी दे गए शाह
फोटो: 34 जॉनर: चुनावी समीकरण एक साथ आए सासद रमेश कौशिक व जितेंद्र मलिक -तमाम दावेदार पहुंचे
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जॉनर: चुनावी समीकरण
एक साथ आए सासद रमेश कौशिक व जितेंद्र मलिक
-तमाम दावेदार पहुंचे जितेंद्र मलिक के समर्थन में
रविंद्र कौशिक, गन्नौर : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली को लेकर गन्नौर शहर भगवा रग में रंगा नजर आया। भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र मलिक को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आना संजीवनी दे गया। सभा में उमड़ी भीड़ से शाह खुश नजर आए तो टिकट वितरण के बाद हुई पहली सभा में सांसद रमेश कौशिक के साथ-साथ टिकट के तमाम दावेदार मंच पर एक साथ दिखाई दिए। कौशिक ने मंच पर साफ तौर पर कहा कि यह चुनाव रमेश कौशिक का है और हार-जीत भी हमारी ही है। वहीं, पुराने भाजपाइयों के चेहरों पर भी इस बात को लेकर चमक थी कि पहली बार यहां भाजपा की जीत की संभावनाएं बनी हैं।
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद रविवार को पहली बड़ी जनसभा का आयोजन पार्टी व प्रत्याशी के समर्थकों में उत्साह का संचार कर गया। पार्टी व प्रत्याशी के लिए सुकूनभरी बात यह रही कि भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं के साथ-साथ टिकट के तमाम दावेदार न केवल मंच पर पहुंचे, बल्कि सभी ने मलिक को जिताकर विधानसभा में भेजने का संकल्प व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेल रहे जितेंद्र मलिक के नुकसान से उभरने की उम्मीद है। सभी प्रमुख दावेदार देवेंद्र कौशिक, गोपालकृष्ण त्यागी, सुबोध शर्मा, विरेंद्र त्यागी पप्पू आदि सभी ने मलिक का समर्थन किया। राजनीतिक जानकारों के अनुसार शाह की रैली के कारण संगठन सक्रिय होगा तथा रैली पार्टी संगठन में नई ऊर्जा का संचार कर गई।
भूपेंद्र हुड्डा के प्रभाव क्षेत्र जाटलैंड में शाह की रैली के बाद कमजोर माने जाने वाले भाजपा का आधार भी मजबूत होने की संभावना है। शाह ने रैली में यह स्पष्ट कर दिया कि जो मोदी को चाहता है उसे कमल पर ही मोहर लगानी होगी। राजनीतिक जानकारों की राय है कि अब भाजपा को सीधे तौर पर फायदा होगा। राजनीतिक जानकार नरेश भार्गव बताते है कि बगावत व असंतोष के बावजूद भाजपा प्रत्याशी की स्थिति इतनी कमजोर नहीं थी। इसके बावजूद उनके पक्ष में माहौल तैयार नहीं हो रहा था। रैली में उमड़ी भीड़ से कार्यकर्ता उत्साहित है तो लोगों में भी संदेश गया है। इसका पार्टी प्रत्याशी को फायदा होना स्वभाविक है।