कानून में फंसी हनीप्रीत को अब याद आए असली पिताजी
हनीप्रीत अब तक अधिकतर दस्तावेजों में पिता के ताैर पर गुरमीत राम रहीम का नाम लिखती थी, लेकिन अब कानून में फंसी तो उसे असली पिता का नाम आया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। नाम हनीप्रीत इंसा, पिता का नाम रामानंद तनेजा। डेरा प्रमुख से रिश्ता - आध्यात्मिक व सामाजिक पिता। रिहायश - डेरा सच्चा सौदा, अन्य रिहायश - हाउस नंबर ए-4, ग्रेटर कैलाश, दिल्ली।
पिछले करीब एक माह से हरियाणा पुलिस काे चकमा दे रही हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में दायर अग्रिम जमानत याचिका में कुछ ऐसी ही जानकारियां दी हैैं। इसके पहले हनीप्रीत के सभी दस्तावेजों पिता का नाम गुरमीत राम रहीम लिखा गया है, लेकिन अग्रिम जमानत याचिका में वास्तविक पिता रामानंद तनेजा का नाम लिखा है।
हनीप्रीत ने कहा है कि जिस तरह से ड्रग माफिया ने गुरुजी को फंसाया है, वह साजिश का हिस्सा है और वह भी इसका शिकार हो सकती है। अपने खिलाफ देशद्रोह के मुकदमे को हनीप्रीत ने यह कहते हुए खारिज करने की मांग की है कि एक मीडियाकर्मी की शिकायत को कैसे आधार बनाया जा सकता है। मीडिया में उसके चरित्र को लेकर ऐसी खबरें चलाई जा रही हैैं, जिसकी भरपाई जिंदगी में कभी भी नहीं हो सकती।
हनीप्रीत ने अपनी याचिका में इलेक्ट्राॅनिक व प्रिंट मीडिया की कई ऐसी क्लिपिंग लगाई है, जिनसे वह सहमत नहीं है। उसने राम रहीम के साथ हेलीकाप्टर से सुनारियां तक जाने की वजह भी बताई। हनीप्रीत ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से वह बाबा के साथ सिरसा से कोर्ट तक आई थी। हमें उम्मीद थी कि झूठे केस में बाबा बरी होंगे, लेकिन हुआ उल्टा। मुझे चूंकि बाबा की दवाओं के बारे में जानकारी थी, इसलिए वह पुलिस की जानकारी में बाबा के साथ सुनारिया तक गई। उनके जेल जाने के बाद वापस आ गई।
हनीप्रीत ने कहा कि कोर्ट में पेशी से लेकर सुनारियां जेल जाने तक हर मूवमेंट की वीडियोग्राफी हुई है। उसे अच्छी तरह से चेक किया जाए। यदि उसमें मेरी कोई भी मूवमेंट संदिग्ध नजर आए तो मुझ पर कार्रवाई की जाए। हनीप्रीत ने कहा कि मेरा निवास डेरे में है, लेकिन लुक आउट नोटिस वहां सर्व नहीं कराया गया। दिल्ली के एड्रेस पर भी कोई नोटिस नहीं आया। फिर किस बात के वारंट निकाले गए।
हनीप्रीत की ओर से कहा गया कि डीजीपी खुद आशंका जता चुके कि मेरी जान को खतरा है। मुझे चूंकि असामाजिक लोगों से जान का खतरा है, इसलिए मैैं दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी अग्र्रिम जमानत याचिका के लिए आई हूं।
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