Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हनीप्रीत ने गिरफ्तारी से पहले 39 दिनों तक पुलिस को खूब छकाया

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 04 Oct 2017 08:36 AM (IST)

    हनीप्रीत ने गिरफ्तार होने से पहले हरियाणा पुलिस को खूब छकाया। पुलिस 39 दिनों तके उसे ढ़ूढ़ती रही, लेकिन वह पकड़ में नहीं आई। इस दौरान चला घटनाक्रम यूं रहा।

    हनीप्रीत ने गिरफ्तारी से पहले 39 दिनों तक पुलिस को खूब छकाया

    जेएनएन, चंडीगढ़। डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत ने गिरफ्तार हाेने से पहले 39 दिनों तक पुलिस को खूब छकाया। हनीप्रीत की तलाश में पुलिस इधर से उधर भटकती रही और वह बठिंडा, चंडीगढ़, राजस्‍थान और दिल्‍ली आती जाती रही।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    39 दिनों तक हनीप्रीत की फरारी का घटनाक्रम यूं चला-

    25 अगस्त 2017 : साध्वियों के यौन शोषण मामले में डेरा मुखी की सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए हनी सिरसा से गुरमीत के साथ पंचकूला पहुंची। राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद हेलीकॉप्टर से रोहतक की सुनारियां जेल तक बाबा के साथ रही। जेल प्रशासन द्वारा डेरा मुखी के साथ रहने की मंजूरी नहीं मिलने के बाद डेरा के तीन अनुयायियों के साथ रोहतक से निकली।

    26 अगस्त : डेरा मैनेजमेंट कमेटी की चेयरपर्सन विपसना के मुताबिक हनी फैसले के दिन ही देर रात सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय पहुंची। यहां एक दिन गुजारने के बाद वह यहां से निकल गई।

    - 27 से 28 अगस्त : हनी अपने भाई के ससुराल हनुमानगढ़ में रही।

    -29 अगस्त : राजस्थान में हनी की मौजूदगी की सूचना मिलते ही पुलिस ने हनी की तलाश में हनुमानगढ़ में दबिश दी। छापामारी से पहले ही गायब हुई हनी।
     
    - 30 अगस्त : राजस्थान के ही सांगरिया में एक अनुयायी के घर रही। यहां भी पुलिस उसके निकल जाने के बाद पहुंची।

    1 सितंबर 2017 : हरियाणा पुलिस ने जारी किया लुकआउट नोटिस। हनी के देश छोडऩे पर प्रतिबंध, युद्धस्तर पर डेरा मुखी की चहेती की तलाश हुई शुरू। सात राज्यों के पुलिस ने कई स्थानों पर की छापामारी।

    2 सितंबर : उदयपुर के शॉपिंग मॉल में नजर आई हनी। पुलिस ने दी दबिश तो सिर्फ डेरे का एक केयर टेकर ही मिला। इसके बाद हनी के नेपाल जाने की खबरें उड़ीं। वहां रेडियो के जरिये हनीप्रीत की तलाशी के लिए मुनादी भी की गई।

    21 सितंबर : नेपाल में कामयाबी न मिलने के बाद पुलिस ने हनी को राम रहीम के गांव गुरसर मोडिया में घेरा। यहां से भी वह बच निकली।

    25 सितंबर : दिल्ली के लाजपत नगर में अपने वकील के पास आई हनी। दो घंटे रुकी और दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत लेने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर किए। पुलिस को भनक तक नहीं लगी।

    26 सितंबर : पुलिस ने गुरुग्र्राम के एक फ्लैट समेत दिल्ली में लगातार दो दिन तक कई जगह दबिश दी, लेकिन हर जगह से हनीप्रीत पुलिस के आने से पहले भाग गई।

    -इसी दिन दिल्ली हाईकोर्ट ने हनी की जमानत याचिका को किया खारिज। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जाने की सलाह।

    3 अक्टूबर : ठीक 39 दिन बाद अचानक टीवी चैनलों पर सामने आई हनी। डेरा मुखी से संबंधों पर दी सफाई।