मुश्किल में हुड्डा, सुरक्षा में रहे अफसर ने कहा-कई राज हैं पता, गवाह बनने को तैयार
जमीन आवंटन मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनकी सुरक्षा में तैनात रहे एक अफसर ने उनके खिलाफ सीबीआइ गवाह बनने की पेशकश की है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जमीन आवंटन अौर सौदों के मामले में जांच का समना कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मश्किलें बए़ सकती हैं। उनकी सुरक्षा में तैनात रहे एक अधिकारी ने कहा है कि उन्हें हुड्डा के शासन के समय हुई गड़बडियों के बारे में जानकारी है आैर वह हुड्डा के खिलाफ सीबीआइ के गवाह बनने को तैयार हैं।
बिजली विभाग में डीएसपी (विजिलेंस) के पद पर कार्यरत एचपीएस अधिकारी देशबंधु इस संबंध में सीबीआइ को पत्र लिखकर पेशकश की है। उनका कहना है कि हुड्डा के शासनकाल में कई गड़बडि़यां हुईं और वह हुड्डा के कार्यकाल में वह कई साल तक मुख्यमंत्री निवास पर सुरक्षा सेवा में तैनात रहे हैं। इसलिए इस बारे में बहुत कुछ जानते हैं। उन्होंने अपने पास इसके कई सुबूत होने का भ्ाी दावा किया है।
डीएसपी देशबंधु ने दावा किया है कि हुड्डा के शासनकाल में कई मामलों खासकर जमीन से जुड़े मामलों में गड़बड़ी होती रही हैं। देशबनंधु ने यह भी कहा है गड़बड़ी के खेल में सरकार के साथ अधिकारियों की मिलीभगत भी रहती थी।उन्होंने कहा है कि यदि जांच एजेंसी उनको गवाह बनाती है तो वह अपने दावे के पक्ष में सबूत पेश करेंगे।
डीएसपी देशबंधु के इस कदम से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। देशबंधु का कई माह तक अंबाला-पंचकूला के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह के साथ विवाद चलता रहा। तब देशबंधु इसी जगह पर एसीपी के पद पर तैनात थे। देशबंधु भाजपा के दलित नेता स्व. सूरजभान के भांजे हैं। सूरजभान अंबाला के सांसद रहे थे। वह उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और लोकसभा के उपाध्यक्ष भी रहे।
देशबंधु की मां लेखवती ने ओपी सिंह के साथ उनके विवाद के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके परिवार की जनसंघ की हिस्ट्री है। इसी वजह से हुड्डा सरकार में दस सालों से देशबंधु को परेशान किया जाता रहा। कुछ दबंग आइपीएस उनके बेटे को जातिसूचक शब्द बोल रहे हैं और उसकी नौकरी लेना चाहते हैं। उन्होंने अपने बेटे के उत्पीडऩ की सीबीआइ जांच कराने तथा अफसरों का नारको टेस्ट कराने की भी मांग की थी।
देशबंधु की मां के इस पत्र के बाद ओपी सिंह और देशबंधु दोनों के तबादले हो गए थे। देशबंधु डीएसपी विजिलेंस (बिजली) के पद पर भेज दिए गए थे। उन्होंने हुड्डा के विरुद्ध चल रही सीबीआई जांच में गवाह बनने की पेशकश कर राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है।
देशबंधु ने दावा किया है कि कई मामलों खासकर जमीन से जुड़े मामलों में गड़बड़ी होती रही है। गड़बड़ी के इस खेल में सरकार के साथ अधिकारियों की मिलीभगत भी रहती थी। उन्होंने कहा है कि यदि जांच एजेंसी उनको गवाह बनाती है तो वो अपने दावे के पक्ष में एजेंसी के सामने सबूत भी पेश करेंगे।
-------
इस वजह से हुआ था ओपी सिंह और देशबंधु का विवाद
पंचकूला के चंडी मंदिर थाने में जून 2015 में दी शिकायत में पंचकूला की लड़की ने अंबाला के एक युवक पर रेप का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच देशबंधु को सौंपी गई थी। इसी बीच अंबाला-पंचकूला के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने देशबंधु पर आरोप लगाए थे।
देशबंधु ने भी कमिश्नर के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि उन्हें तंग किया जा रहा है और कमिश्नर उन्हें जातिसूचक शब्द बोल रहे हैं। दुष्कर्म के मामले में जांच में कमी बरतने के आरोप पर देशबंधु के खिलाफ पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने कार्रवाई की सिफारिश कर दी थी। कमिश्नर के मुताबिक दुष्कर्म का मामला गलत था, पीडि़त ने गलत बयान दर्ज कराए हैं।
------
हुड्डा गलत नहीं तो फिर डर क्यों रहे : प्रो. रामबिलास
दूसरी अोर, हरियाणा के शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निवास समेत अन्य स्थानों पर सीबीआई की टीम द्वारा जांच करने को कानूनी प्रक्रिया बताया और कहा कि हुड्डा ने खुद ही विधानसभा में तथा बाहर भी कई बार बयान दिया है कि वह किसी भी प्रकार की जांच से नहीं डरते हैं।
शर्मा ने कहा कि अगर सीबीआइ को किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत मिलती है तो वह जांच करने के लिए कार्रवाई करती है। अगर हुड्डा ने कोई अनियमितता नहीं की तो उनको डरने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। कुछ कांग्रेस नेताओं व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिहं हुड्डा द्वारा सीबीआइ जांच को राजनैतिक द्वेष की भावना की कार्रवाई करार देने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार संस्कारों एवं सुविचारों की सरकार है। इसके आचरण में बदले की भावना का सवाल ही नहीं उठता।
-------
'' कांग्रेस सरकार की पिछले कार्यकाल की लोकप्रियता और अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रति बढ़ रहे जनसमर्थन से भाजपा बौखला गई है। इसलिए गलत कार्रवाई कर अपनी भड़ास निकाल रही है।
- आफताब अहमद, पूर्व मंत्री, हरियाणा।
------
'' कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हर व्यक्तिगत के बिना भेदभाव काम हुए। अब लोग फिर से हुड्डा को चाह रहे हैं। भाजपा को लोग पसंद नहीं करते। इसलिए हुड्डा को निशाने पर लिया जा रहा है।
- सतपाल सांगवान, पूर्व मंत्री, हरियाणा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।