विपक्ष की फूट का फायदा उठाने की फिराक में हरियाणा भाजपा
भाजपा हरियाणा में विपक्ष में फूट का फायदा उठाना चाहती है। इसी के मद्देनजर पार्टी ने अपनी हलचल तेज कर दी है। ...और पढ़ें

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। भाजपा हरियाणा में विपक्ष में फूट का फायदा उठाने की फिराक में है। पार्टी इसके लिए सक्रिय हो गई है। हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर भाजपा ने पूर्णकालिक कार्यकर्ता फील्ड में उतार दिए है। इसके साथी ही पार्टी ने अपने सहयोगी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों को भी सक्रिय कर दिया गया है।
हरियाणा भाजपा के तमाम राज्य प्रकोष्ठों और मोर्चों को जनता के बीच जाकर उनका मन टटोलने और उन्हें येन-केन-प्रकारेण पार्टी के साथ जोडऩे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए मोर्चों को राज्य स्तरीय कार्यक्रमों के जरिये माहौल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हरियाणा भाजपा ने मोर्चों और प्रकोष्ठों को भी फील्ड में उतारा
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष 2017 पर पार्टी के विस्तार की योजना के तहत यह रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत पार्टी हारे हुए विधानसभा क्षेत्रों में जीत की जमीन तैयार करने और जीती हुई सीटों पर उन्हें बरकरार रखने के लिए खाद-पानी देने का एजेंडा लेकर चल रही है। पार्टी को अपनी इस रणनीति में विपक्ष के बंटे होने का फायदा मिल सकता है। लिहाजा पार्टी ने समय से पहले अपनी पूरी फौज को फील्ड में उतार दिया है।
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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दो बार हरियाणा आ रहे हैं। उनका पहला दौरा 20 मई को चंडीगढ़ राज्य का है, लेकिन इस दिन यहां हरियाणा के पार्टी नेता भी उनसे मुलाकात कर सकते हैं। शाह का दूसरा दौरा 4 से 6 जुलाई तक है, जो जाट बैल्ट रोहतक व सोनीपत के आसपास रहेगा। शाह के इस दौरे को पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने की योजना से देखा जा रहा है।
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भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला और प्रांतीय महामंत्री संगठन सुरेश भट्ट ने शाह के हरियाणा दौरे से पहले कार्यकर्ताओं की पीठ पर हाथ रख दिया है। सरकार भी उनके साथ है और जल्द ही जिला स्तर पर होने वाली भर्ती और नियुक्तियों में उनकी सुनी जा सकती है। खुद को सुधारक कहने वाले भाजपा विधायकों की नाराजगी पहले से कम हुई है, जिसका पार्टी और सरकार दोनों को फायदा मिलना तय है।
हर जिले में भी करना होगा एक-एक कार्यक्रम
भाजपा के प्रांतीय प्रवक्ता वीर कुमार यादव के अनुसार प्रत्येक मोर्चे को जिला अनुसार जिला पदाधिकारियों व मंडल पदाधिकारियों के सम्मेलन करने को कहा गया है। यह सम्मेलन जुलाई और अगस्त माह में होंगे। प्रत्येक प्रकोष्ठ व विभाग द्वारा 25 सितंबर से पहले हर जिले में एक-एक कार्यक्रम करने के निर्देश पार्टी ने दिए हैं।
इस तैयारी के साथ फील्ड में उतरेंगे मोर्चे व प्रकोष्ठ
- भारतीय जनता युवा मोर्चा को मंडल स्तर पर खेल उत्सव 9 से 15 अगस्त तक आयोजित करने को कहा गया है।
- अनुसूचित मोर्चा को मंडल स्तर पर सरकारी योजनाओं से लाभार्थियों के जनकल्याण सम्मेलन 7 जुलाई से 31 जुलाई के बीच करने के निर्देश दिए गए।
- किसान मोर्चा को मंडल स्तर पर 15 अगस्त से 30 अगस्त के बीच किसान संगोष्ठियां करने को कहा गया है।
- महिला मोर्चा को जिला स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच संगोष्ठियां करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
- पिछड़ा वर्ग मोर्चा को पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करते हुए मंडल स्तर पर संगोष्ठियां करने तथा के निर्देश हैं, जो मई और जून माह में होंगे।
जनसंघ के पुराने कार्यकर्ताओं को मिलेगा सम्मान
भाजपा के प्रांतीय महामंत्री (संगठन) सुरेश भट्ट के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक चिंतन के विषयों को लेकर सभी 22 जिलों में 23 से 25 सितंबर तक संगोष्ठियां की जाएंगी। इन कार्यक्रमों में जनसंघ से जुड़े तमाम कार्यकर्ताओं को बुलाया जाएगा।

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