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हरियाणा की राजनीति में पक रहा कुछ खास, अजय यादव व सीएम की गुप्‍त मुलाकात

हरियाणा की राजनीति में हलचल तेज हाे गई है आैर बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कैप्‍टन अजय यादव ने सीएम मनोहर लाल से गुप्‍त भेंट कर चर्चाओं को बल दे दिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 11 Jul 2016 04:21 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jul 2016 07:35 PM (IST)
हरियाणा की राजनीति में पक रहा कुछ खास, अजय यादव व सीएम की गुप्‍त मुलाकात
हरियाणा की राजनीति में पक रहा कुछ खास, अजय यादव व सीएम की गुप्‍त मुलाकात

चंडीगढ़, [वेब डेस्‍क]। हरियाणा की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैंं। दक्षिण हरियाणा के कद्दावर कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाआें का बाजार गर्म है। कैप्‍टन यादव ने सोमवार को दिल्‍ली के हरियाणा भवन में मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। इस गुप्‍त मुलाकात से सवाल उठ रहे हैं कि क्‍या कैप्‍टन अजय यादव भाजपा की राह पर हैं। पिछले कुछ दिनाें से कैप्‍टन की बयानबाजी भी इस ओर संकेत करती लग रही हैं।

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कैप्‍टन अजय यादव ने नई दिल्‍ली में सोमवार को मीडिया से चोरी छिपे मुख्‍यमंत्री मनाेहर लाल से मलाकात की। उनके बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत होने की सूचना है। बातचीत किन मुद्दों पर हुई इस बारे में पता नहीं चल पाया है, लेकिन इससे कयासों का बाजार गर्म हो गया है। रविवार को कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने भी मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल की तारीफ कर कांग्रेस की राजनीति में हलचल मचा दी थी।

इससे पहले कैप्‍टन अजय शर्मा ने रविवार को पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधने के साथ गुड़गांव में 2009 में हुए भूमि अधिग्रहण और भूमि सौदों पर भी निशाना साधा। बात दें कि गुड़गांव के भूमि सौदे के मामले मेंं सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कंपनी पर भी सवाल उठ रहे हैं अौर सरकार ने वहां भूमि अधिग्रहण व भूम सौदों की जांच के लिए जस्टिस एसएन ढ़ींगरा आयोग का गठन कर रखा है।

गुड़गांव में जमीन अधिग्रहण में हुआ था खेल : कैप्टन अजय

कैप्टन अजय सिंह यादव ने रविवार को कहा था कि जून 2009 में गुडग़ांव के चार गांवों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण करने के नाम पर बड़ा खेल हुआ था। इसमें सबसे अधिक फायदा बिल्डरों को हुआ। कैप्टन ने प्रदेश की भाजपा सरकार से मांग की,कि उस समय हुए भूमि अधिग्रहण की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने वाले सभी लोगों चाहे नेताओं, अधिकारियों और बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि पिछली सरकार ने गांव घाटा, मैदावास, उल्लावास और बादशाहपुर के किसानों की करीब 1400 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए सेक्शन चार का नोटिस जारी किया था। मार्च 2010 में इसमें से 850 एकड़ जमीन के लिए सेक्शन छह का नोटिस भी जारी कर दिया गया।

उन्‍होंने कहा कि इसके बाद बिल्डरों ने किसानों को खौफ दिखाया कि अगर सरकार उनकी जमीन लेगी तो उसका रेट काफी कम होगा। अगर किसान अपनी जमीन सीधे बिल्डर को देता है तो इसमें उनका लाभ होगा। किसान बिल्डरों के झांसे में आ गए।

कैप्टन अजय ने कहा कि बिल्डरों ने जीपीए के माध्यम से किसानों की जमीन को अपने नाम करा लिया, जबकि प्रदेश में उस समय जीपीए पर पाबंदी थी। बिल्डरों ने किसानों से उनकी जमीन का जीपीए फरीदाबाद व अन्य जिलों से कराया। इसमें किसानों को करीब 3000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। जब बिल्डरों ने किसानों की जमीन ले ली तो प्रदेश सरकार ने महज 90 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर बाकी को अधिग्रहण मुक्त कर दिया। इस पूरे मामले की जांच जरूरी है।

किरण चौधरी भी कर चुकी हैं सीएम की तारीफ

वहीं, हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी भी सीएम मनोहर लाल की तारीफ कर चुकी हैंं। उन्होंने सीएम को ईमानदार बताया और कहा कि भ्रष्टाचार सिस्टम में है। इस मामले पर कांग्रेस में पहले ही रार छिडी़ हुई है। कांग्रेस के दो विधायक करण दलाल और कुलदीप शर्मा उनके खिलाफ अनुशानात्मक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कैप्टन की मुलाकात ने कांग्रेसियों का सरदर्द और बढ़ा दिया होगा।

किरण को भाजपा में आ जाना चाहिए : सांसद धर्मबीर

किरण चौधरी ने मुख्यमंत्री की तारीफ की तो भाजपा सांसद धर्मबीर सिंंह ने उन्हें पार्टी में ही शामिल होने का न्यौता दे दिया। उन्होंने कहा कि किरण चौधरी ने अपनी आत्मा की आवाज सुनी और सच्ची बात बोली। उनको कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ जाना चाहिए और ईमानदार सीएम के साथ मिलकर काम करना चाहिए।


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