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    सफेदे से कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा : डॉ. मलिक

    By Edited By:
    Updated: Thu, 06 Aug 2015 08:54 PM (IST)

    संवाद सहयोगी, पलवल : सफेदा (यूकेलिप्टस) की लकड़ी की बाजार में भारी मांग है। सफेदे की लकड़ी प्लाइवुड

    संवाद सहयोगी, पलवल :

    सफेदा (यूकेलिप्टस) की लकड़ी की बाजार में भारी मांग है। सफेदे की लकड़ी प्लाइवुड, ईंधन तथा कागज बनाने के लिए लुगदी तैयार करने के काम आती है। इसकी लकड़ी फर्नीचर बनाने, पै¨कग पेटियां, बल्ली तथा बिजली के खंभे व बाड़ लगाने के काम भी आती है। सफेदे के पेड़ों की कटाई आठ से 10 वर्ष बाद करके 10 से 12 लाख रुपये कमाए जा सकते हैं। यदि खेत में पौध सघन लगाए गए हैं तो इन्हें ईंधन, लकड़ी व बल्लियों के लिए चौथे वर्ष के बाद भी काट सकते हैं। किसान सफेदे की बागवानी करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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    उन्नत प्रजातियां व पौधरोपण समय

    सफेदा की दो प्रजातियां यूकेलिप्टस टैरिटिकारनिस तथा सफेदा संकर प्रदेश की जलवायु के अनुकूल पाई गई हैं। सफेदा लगाने का सर्वोत्तम समय मानसून आगमन पर जुलाई व अगस्त माह है। ¨सचाई सुविधा उपलब्ध हो तो इसे सितंबर से फरवरी तक भी लगाया जा सकता है।

    गड्ढे तैयार करना

    सफेदा लगाने के लिए गड्ढों का आकार 60 से.मी. गुणा 60 से.मी. गुणा 60 से.मी.रखते हैं। गड्ढे के ऊपरी आधी मिट्टी में बराबर मात्रा में गोबर की गली-सड़ी खाद मिला लें तथा ¨सचाई कर दें। इन गड्ढों में 30 मि.ली. कलोरोपाइरीफोस 20 इ.सी. पानी में मिलाकर प्रति गड्ढा डालें।

    पौधों का फासला

    सफेद सघन पौधरोपण करना हो तो पौधे से पौधे तथा लाइन से लाइन का फासला तीन मीटर रखकर पौध लगाएं। नालियों व सड़कों, रास्तों के किनारे पौधे से पौधे की दूरी तीन मीटर रखें। पहले दो साल पौधों की ठीक से देखभाल करें। वर्षा न हो तो पौधों में महीने में दो बार ¨सचाई करें। पहले दो वर्षों तक निराई-गुड़ाई करते रहें।

    उर्वरक

    जुलाई-अगस्त में लगाए गए पौधों में 20 ग्राम यूरिया प्रति पौधा पानी लगाने से पहले पौधरोपण के एक माह बाद डालें। दूसरे साल 50 ग्राम तीसरे साल 100 ग्राम प्रति पौधा दें। चौथे, पांचवें, छठे साल में भी 100 ग्राम यूरिया डालने से पौधे अच्छे बढ़ते हैं। यदि पौध सितंबर व फरवरी में लगाते हैं तो पहली बार खाद अगली जुलाई में देना चाहिए।

    कटाई

    सफेदे की बढ़वार आठवें वर्ष तक ही होती है। नौ से 10 वर्ष बाद कटाई करा लें। बल्लियों के लिए कटाई तीन साल बाद भी कर सकते हैं। सफेदे की उपज पेड़ों की आपसी दूरी, ¨सचाई, उर्वरक तथा किस्मों पर निर्भर करती है। 9-10 वर्ष के पेड़ से पांच-छह ¨क्वटल लकड़ी मिलती है। दस साल पुराना पेड़ करीब दो हजार से ढाई हजार रुपये में बिक जाता है।

    वर्जन

    किसान सफेदे की नर्सरी में तैयार पौध चौ. चरण ¨सह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के वानिकी विभाग या वन विभाग या किसी विश्वस्त नर्सरी से ले सकते हैं। सफेदे की पेड़ी फसल एक बार लगाने से तीन बार सफेदे की मोढ़ी फसल ली जा सकती है। पेड़ों की कटाई नवंबर से फरवरी तक करने पर कल्ले अच्छे निकलते हैं। एक जगह एक ही कल्ला पौधा रखना चाहिए।

    -डॉ.महावीर मलिक, कृषि विशेषज्ञ