गुरु पूर्णिमा पर 16 जुलाई को है चंद्रग्रहण, छह राशि के लोगों के लिए है यह बेहद खास, करें ये उपाय
इस साल कुल पांच ग्रहण आंके गए हैं जिनमें दो चंद्रग्रहण और तीन सूर्यग्रहण शामिल हैं। 16 जुलाई को दूसरा चंद्रग्रहण लगेगा। 16 जुलाई को खग्रास चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा को है।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। 16 जुलाई को चंद्रग्रहण लगेगा। इस साल दूसरी बार चंद्रग्रहण लगेगा। इस साल कुल पांच ग्रहण आंके गए हैं, जिनमें दो चंद्रग्रहण और तीन सूर्यग्रहण शामिल हैं। 16 जुलाई का खग्रास चंद्रग्रहण इसलिए भी बेहद खास है कि इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है। ज्योतिषों के अनुसार, यह चंद्रग्रहण छह राशि के लोगों के लिए विशेष लाभकारी है। इस दिन मंगलवार है और उत्तर आषाढ़ नक्षत्र है। यह ग्रहण भारत के अलावा दक्षिण अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा।
पंडित रामराज कौशिक के अनुसार राजनीति से जुड़े वे लोग जिनकी राशि मेष, वृष, कन्या, वृश्चिक, धनु व मकर है, उन्हें विशेष लाभ होने के आसार हैं। यह चंद्रग्रहण मंगलवार और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में आ रहा है तो इसके प्रभाव से राजनीतिक उथल-पुथल के साथ ही प्राकृतिक आपदा की स्थिति बनने की पूरी संभावना है।
चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण दोनों का मानवीय और प्राकृतिक असर दिखाई देता है। अब देश में सिर्फ दो बड़े ग्रहण बचे हैं, जो इसी साल दिखाई देंगे। भारत में 16-17 जुलाई की रात को खग्रास चंद्रग्रहण लगेगा, जो रात को 1.32 बजे से अलसुबह 4.31 बजे तक रहेगा। इस साल का पहला चंद्रग्रहण 21 जनवरी को था, जो भारत में नजर नहीं आया। वहीं पहला सूर्यग्रहण 6 जनवरी को लगा था, दूसरा सूर्यग्रहण 2 जुलाई को हुआ, जो भारत में नजर नहीं आया। साल का आखिरी व तीसरा सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगेगा।
नौ साल 11 माह बाद 26 दिसंबर को लगेगा सूर्यग्रहण
26 दिसंबर को खग्रास सूर्यग्रहण ब्रह्मसरोवर कुरुक्षेत्र में सुबह आठ बजकर 18 मिनट से दिखाई देगा और 10 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। दो घंटे 36 मिनट का यह सूर्यग्रहण स्पर्श, मोक्ष मूल नक्षत्र और धनु राशि में ही हो रहा है। यह ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा। साथ साथ रूस, आस्ट्रेलिया और सोलोमन द्वीप में भी नजर आएगा। इससे पहले भारत में 15 जनवरी 2010 को सूर्यग्रहण दिखा था। ऐसे में इस साल दिसंबर में जो सूर्यग्रहण आएगा, वह नौ साल 11 महीने बाद आएगा।
क्या करें ग्रहण काल में
- गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण के समय घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है।
- किसी भी प्रकार के शुभ कार्य इस दिन न करें।
- अपने मन में दुर्विचारों को न पनपने दें।
- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें और अपने आराध्य देव का ध्यान लगाएं।
- जिन जातकों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढईया का प्रभाव चल रहा है, वे शनि मंत्र का जाप करें एवं हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें।
- जिन जातकों की कुंडली में मांगलिक दोष है वे चंद्रग्रहण के दिन सुंदरकांड का पाठ करें तो इसके सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
- आटा, चावल, चीनी, श्वेत वस्त्र, साबूत उड़द, सतनाजा, काला तिल और काले वस्त्र किसी जरूरतमंद को दान करें।