जाट आंदोलन: पुरुष दिल्ली कूच करेंगे, महिलाओं ने संभाली धरनों की कमान
जाट आंदोलनकारी आज दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने 20 मार्च को संसद का घेराव करने का एलान कर रखा है। पुरुषों के दिल्ली कूच के मद्देनजर महिलाओं ने धरनों की कमान संभाल ली है।
जेएनएन, हिसार। जाट आंदोलनकारियों के तेवर कड़े हाे गए हैं। राज्य सरकार से वार्ता बंद होने के बाद जाट आंदोलनकारी आज दिल्ली कूच करने की तैयारी में है। दिल्ली की सीमा पर भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद जाट नेताओं ने कहा कि आंदोलनकारी हर हाल में दिल्ली जाएंगे। पुरुष आंदाेलनकारियों के दिल्ली कूच करने के मद्देनजर राज्य में विभिन्न स्थानों पर चल रहे धरनों की कमान महिलाओं ने संभाल ली है।
रविवार सुबह से ही जाट आंदोलनकारी दिल्ली कूच की तैयारियों में जुट गए हैं। धरनास्थलों पर काफी संख्या में महिलाएं पहुंच गई हैं। आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेतृत्व में बीते करीब डेढ़ माह से चल रहे धरना रविवार को भी जारी है। शनिवार को ही रोहतक, हिसार, भिवानी, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, पानीपत, कैथल, जींद, सोनीपत सहित प्रदेशभर के धरनों पर संसद घेराव के लिए दिल्ली कूच की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
इस दौरान रोहतक के जसिया में धरने पर घोषणा की गई कि जहां पुरुष दिल्ली जाएंगे, वहीं महिलाएं धरनों की कमान संभालेंगी। समिति के जिला महासचिव कृष्णलाल हुड्डा ने बताया कि शनिवार से ही धरने की कमान मीना मकड़ौली और रेनू जसिया को दे दी गई।
दिल्ली जाने से रोका गया महिलाएं भी उतरेंगी मैदान में
उधर, दिल्ली कूच को लेकर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रदेश के कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उपद्रवियों से निपटने के लिए हिसार कैंट में संदेश भेजकर सेना को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। संवेदनशील जिलों के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में डीजल डलवाने वाले लोगों के नाम नोट करें। इसके साथ ही दस लीटर से अधिक डीजल ट्रैक्टरों में नहीं डाला जाए। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की खुली बिक्री पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इसके साथ ही संवेदनशील जिलों पर शराब की बिक्री पर पाबंदी है। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि ठेके कब तक बंद रहेंगे।
पूर्व सैनिकों का जत्था चलेगा सबसे आगे
जसिया धरने पर मौजूद पूर्व फौजियों ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि दिल्ली कूच में सबसे आगे उनका जत्था रहेगा। दिल्ली कूच के लिए एक विशेष गाड़ी में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसमें हर जानकारी दी जाएगी। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर झंडे और साउंड सिस्टम लगाए जाएंगे।
उपद्रव करने वालों पर लगेगा रासुका
हिसार-दिल्ली राजमार्ग के सभी ङ्क्षलक रोड पर नाका लगेगा। वहां से आंदोलनकारियों की ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को किसी भी सूरत में हाइवे पर नहीं आने दिया जाएगा। किसी ने विरोध किया या फिर कानून तोड़ा तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी। इतना ही नहीं, देश की सुरक्षा में बाधा उत्पन्न करने के इरादे से उपद्रव करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हिसार में 30 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं, जबकि 10 ड्यूटी मजिस्ट्रेट को रिजर्व रखा गया है। जरूरत पडऩे पर उन्हें व्यवस्था बनाने के लिए मौके पर भेजा जाएगा। हिसार में पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल की 20 कंपनियां हिसार-दिल्ली राजमार्ग पर तैनात की गई हैं।
पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों को आदेश, कानून व्यवस्था बिगड़े तो करें बल प्रयोग
सरकार के निर्देश के बाद रोहतक रेंज के आइजी नवदीप सिंह विर्क ने पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों को आदेश दिया है कि यदि कोई व्यक्ति कानून को अपने हाथ में ले तो बल प्रयोग करने के लिए उन्हें किसी के आदेश का इंतजार नहीं करना है। साथ ही चेतावनी दी कि यदि किसी पुलिसकर्मी ने अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।