जाट आज करेंगे आंदोलन की घोषणा
जागरण संवादददाता, हिसार जाट आरक्षण की मांग को लेकर लंबे समय से चली आ रही लड़ाई में दिया गया 72 घंटे

जागरण संवादददाता, हिसार
जाट आरक्षण की मांग को लेकर लंबे समय से चली आ रही लड़ाई में दिया गया 72 घंटे का अल्टीमेटम बृहस्पतिवार को समाप्त हो जाएगा। सरकार द्वारा आरक्षण की कोई घोषणा नहीं करने और बातचीत के लिए नहीं बुलाने पर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। जाट धर्मशाला में होने वाली बैठक में आरक्षण आंदोलन की रणनीति तैयार कर घोषणा कर दी जाएगी।
समिति की तरफ से सोमवार को जिला स्तर पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिए गए थे। इसमें सात मांगों का ज्ञापन देते हुए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया। यह अल्टीमेटम बृहस्पतिवार को समाप्त होगा। जाट समुदाय अपनी सात मांगों पर पहले ही 18 मार्च से आंदोलन शुरू करने की बात कह चुका है। इसी कड़ी में रणनीति तैयार करने के लिए जाट धर्मशाला में बैठक बुलाई है। इसमें प्रदेश के हर जिले से पदाधिकारी भाग लेंगे। बैठक में 18 मार्च से संभावित आंदोलन की रूपरेखा तैयार का आंदोलन की रणनीति की घोषणा हो सकती है।
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नहीं हुई बातचीत
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जाट आरक्षण को लेकर बिल पेश नहीं हुआ। साथ ही बिल की कॉपी भी उनको नहीं मिली है। दिए गए ज्ञापन पर सरकार का क्या रूख है उस पर अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। वहीं सरकार की तरफ से कोई बातचीत के लिए ऑफर नहीं आया है। इसके कारण आंदोलन को शुरू किया जाने की संभावना है।
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जाट धर्मशाला में होने वाली बृहस्पतिवार कीे प्रदेश स्तरीय बैठक में आंदोलन की रणनीति बनाकर घोषित की जाएगी। 18 मार्च से आंदोलन शुरू होगा या नहीं इस पर सभी सदस्य फैसला लेंगे। अभी तक समिति के पास न बिल की कॉपी आई है और न ही उनको बातचीत के लिए बुलाया गया है। आंदोलन में वह ट्रैक व सड़क दोनों के साथ बैठेंगे या एक जगह इसका फैसला भी बैठक में होगा। यदि सरकार कोई समय सीमा तय हर बिल लाती है तो आंदोलन को आगे बढ़ाने पर भी विचार हो सकता है। लेकिन उसके लिए सरकार को मांगों पर समय सीमा बतानी होगी।
-यशपाल मलिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति।

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