अजब-गजब::: रेस्तरा या होटल में नही जनाब ने शमशान घाट में मनाया जन्मदिवस
अशोक ढिकाव, भिवानी नेवी में रह चुके और बैंक में कैशियर का पद संभाल चुके 67 साल के विजय कुमार ने अप
अशोक ढिकाव, भिवानी
नेवी में रह चुके और बैंक में कैशियर का पद संभाल चुके 67 साल के विजय कुमार ने अपना जन्म दिवस किसी रेस्तरा या होटल में मनाने की बजाय रविवार को शहर के श्मशानघाट में केक काट कर मनाया। अनूठे जन्म दिवस अवसर पर परिवार के लोगों सहित शहर के अनेक गणमान्य मौजूद रहे।
भिवानी के विजय नगर में रहने वाले 67 वर्षीय विजय श्योराण का जन्म 1 मार्च 1948 को गाव नागल में हुआ। वह देश सेवा के लिए 18 साल की आयु में ही भारतीय जल सेना में शामिल हुए। दस साल तक सेवा देने के बाद वह रिटायर्ड हुए और बैंक में नौकरी करने का मन बनाया। वह बैंक में कैशियर के पद पर तैनात हुए। बैंक में पूरी इमानदारी के साथ नौकरी करने के बार सात साल पहले ही रिटायर्ड हुए। रिटायर्ड होने के बाद वह धार्मिक कामों में लग गए। विजय श्योराण का कहना है कि उसकी पत्नी कृष्णा ने उसका हर पथ पर साथ दिया तो दोनों बेटे 35 साल के अनिल व 32 साल के सुनील भी खुद के पैरों पर खड़े हैं। अब केवल ये उम्र समाज सेवा व जीवन-मृत्यु के बंधन को समझने की है। उन्होंने कहा कि जिंदगी में कभी भी जन्म दिन नही मनाया है। खुद व लोगों को जन्म व मृत्यु के सत्य को समझ कर ही कर्म करने का एहसास कराने के लिए मन में विचार आया कि जन्मदिवस श्मशानघाट में मनाए जाने का विचार आया है। 1 मार्च रविवार को वह अपना जन्म दिवस हासी रोड स्थित रामबाग मुक्तिधाम में सुबह केक काट कर मनाया। पत्नी कृष्णा, बेटा अनिल, सुनील, पुत्र वधू रितू, रेनू, पोती रूपासी, पोता विशेष व जयंत भी उपस्थित रहे। बहन सुमित्रा ने उनके जन्मदिवस पर आशीर्वाद प्रदान किया है। उन्होंने इस अवसर पर धार्मिक प्रवचनों के माध्यम से जन्म व मृत्यु के बंधन को बताया। इस पर रोहताश, महेद्र गर्ग, हरीचंद आदि भी उपस्थित रहे।