Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    म्‍हारी मानुषी: अंधेरे से ही निकली उम्मीद की किरण,बेटी ने धोया माथे का दाग

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Sun, 19 Nov 2017 02:06 PM (IST)

    मानुषी के मिस वर्ल्‍ड बनने पर झज्‍जर के लोग खुशी से झूम उठे। मानुषी ने झज्‍जर जिले पर लगे कन्‍या भ्रूण हत्‍या के कलंक को धोया है और अंधेरे में रोशनी क ...और पढ़ें

    Hero Image
    म्‍हारी मानुषी: अंधेरे से ही निकली उम्मीद की किरण,बेटी ने धोया माथे का दाग

    जेएनएन, बहादुरगढ़ (झज्जर)। मानुषी छिल्‍लर को मिस वर्ल्‍ड का ताज मिलने की खुशी कई मायनों में अहम है। बेटियों की भ्रूण में हत्या का दाग लिए झज्जर जिला सालों से अपने माथे पर झेल रहा था और अब झज्जर की बेटी ने ही धो डाला। घोर अंधेरे से निकली उम्मीद की यह किरण पूरे हरियाणा को नई रोशनी दे गई। बेटी मानुषी छिल्लर ने 17 साल बाद देश को उसकी प्रतिष्ठा लौटा दी और यह साबित कर दिया कि बेटियों की जिद, पूरे जहान को भी जीत सकती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आज मानुषी की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित है। यहां की हर बेटी को अब एक उम्मीद, एक नई राह दिखी है। अब यहां की हर बेटी पुरुष समाज से यह सवाल कर सकती है कि यदि वर्षों तक कोख में मौत न देकर बेटियों को दुनिया में लाए होते तो न जाने अब तक कितनी मानुषी बन गई होती।

    जोश और जुनून से लबरेज हैं महिलाएं

    '' यह सच में भारतीय महिलाओं के लिए गर्व का दिन है। एक बेटी ने जो सपना देखा उसे पूरा कर लिया। यह प्रमाण है कि बेटियों की जिद भी परिवार को प्रतिष्ठा दिला सकती है, जो एक परिवार बेटों से अपेक्षा रखता है।

                                                                                   - सुनीता छिल्लर, एसोसिएट प्रोफेसर, मनोविज्ञान।

    '' मुझे जब पता लगा कि झज्जर जिले के गांव बामनौली की बेटी मिस वर्ल्‍ड बन गई है तो यह सच में बेहद खुशी का क्षण था। मैं खुद इस जिले से हूं। इस जिले ने किस तरह का दाग झेला है। सब जानते हैं। अब सोच बदल रही है। मानुषी की यह उपलब्धि अब नई राह दिखाएगी। इसके सकारात्मक परिणाम दिखेंगे।

                                                                        - डा. संतोष दहिया, सर्वखाप पंचायत, महिला विंग अध्यक्ष।

    '' मानुषी के परिवार के साथ ही सभी देशवासियों को इसके लिए बधाई। यह एक बेटी के विश्वास, उसकी मेहनत और जज्बे की जीत है। पूरे देश का उसे सलाम। यहां की हर बेटी इस जीत से  गौरवान्वित हुई है।

                                                                                                             - डा. ज्योति मलिक, चिकित्सक।
    --------

    मानुषी की जीत ने किया गौरवान्वित : कौशिक

    विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि गांव बामनोली की बेटी मानुषी ने मिस वर्ल्‍ड का खिताब जीतकर पूरे क्षेत्रको गौरवान्वित किया है। कौशिक ने मानुषी की इस उपलब्धि को बेटियों को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि इस जीत से प्रदेश की बेटियों में आगे बढ़ने का एक जज्बा पैदा होगा। यह जीत सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के सफलतम कदम में एक मजबूत कड़ी बनी है।

    मानुषी की जीत पर मिस मलेशिया भी हुई खुश

    इन दिनों भारत में आई मिस मलेशिया जोसेफिन टेन ने भी मानुषी के मिस वर्ल्‍ड बनने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि वह अब भारत में हैं और यहां की बेटी मिस वर्ल्‍ड बन गई है तो जाहिर है इससे ज्यादा खुशी की बात क्या होगी। वह जिस मकसद से आई हैं। उसे मानुषी ने भी सफल रूप दिया है। यहां पर बेटियों को बचाने के लिए एक तरफ उन्होंने संदेश दिया और दूसरी तरफ मानुषी ने यह बता दिया कि बेटियां परिवार और समाज की प्रतिष्ठा को किस तरह बुलंदियों पर ले जा सकती हैं।

    वही टैलेंट प्रमोटिंग ग्रुप 'रूबरू' के संदीप कुमार ने कहा कि मानुषी की उपलब्धि ने पूरे देश को गौरवान्वित कर दिया। उनकी संस्था जिस बेटी बचाओ अभियान को लेकर चल रही हैं, उसे मानुषी की इस जीत ने नई ऊर्जा दी है।

    मानुषी के मिस वर्ल्‍ड बनने पर खुशी मनाता उनका परिवार।

    शहर में भी मनी खुशी

    मानुषी की जीत पर शहर में भी खुशी छा गई। नप पार्षद युवराज छिल्लर ने परिवार और वार्ड के लोगों के साथ यह खुशी साझा की। लड्डू बांटे गए। युवराज ने किया कि बेटी ने यह उपलब्ध हासिल की है। इससे उनके लिए दोहरी खुशी की बात है।

    परिवार ने जताई खुशी

    मानुषी की जीत पर परिवार फूला नही समा रहा है। मानुषी के चाचा डॉ. दिनेश छिल्लर बहादुरगढ़ के अस्पताल में भी सेवाएं दे चुके हैं। फिलहाल वे गोहाना में हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि जो सपना मानुषी और पूरे परिवार ने देखा था वह पूरा हो गया। खुशी के इन पलों को शब्दों में ब्यान नहीं किया जा सकता।

    यह भी पढ़ेंः फिर खुलेगी राजनीति की बंद प्राथमिक पाठशाला, लेकिन हिंसा के डर से हिचक