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    देश को लूटने वाले चाहे कितने भी हो जाएं, ईमानदारी ही जीतेगीः मोदी

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Sun, 08 Oct 2017 04:53 PM (IST)

    अपने स्कूल श्रीबीएन हाईसकूल को देखकर मोदी भावुक हुए, मातृभूमि को नमन किया तथा माथे पर माटी से तिलक किया।

    देश को लूटने वाले चाहे कितने भी हो जाएं, ईमानदारी ही जीतेगीः मोदी

    अहमदाबाद, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भरूच में कहा है कि चाहे देश को लूटने वाले कितने भी खड़े हो जाए, ईमानदारी ही जीतेगी। मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का ताकतवर देश बन गया है, अगर कमजोर भारत रहता  तो डोकलम का विवाद कभी न सुलझता।

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    मोदी ने कहा कि किसानों के लिए हमने यूरिया पर जीएसटी कम कर दी है। इससे पहले मोदी ने भरूच में नर्मदा नदी पर बनने वाले बैराज की नींव रखी। 

    प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार आज नरेंद्र मोदी गृहनगर पहुंचे। मोदी ने कहा कि आप लोगों के प्यार से देश की सेवा के लिए नई ऊर्जा मिलती है।

    पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं इस मिट्टी के संस्कारों की वजह से हूं। पुरातत्व विभाग का कहना है कि वडनगर ऐसा नगर है, जो 2500 वर्षों से हमेशा जीवित रहा है। 

    उनके मुताबिक, चीन के राष्ट्रपति ने बताया कि ह्वेनसांग मेरे गांव वडनगर से चीन जाकर उनके गांव में रुके थे।जब अटल जी की सरकार थी, तब हेल्थ पॉलिसी बनी थी। इसके बाद 10 साल ऐसी सरकार आई जिसको विकास से नफरत थी। मैं देश को आह्वान करता हूं कि इंद्रधनुष कार्यक्रम को अपना बनाएं।

    प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार आज अपने पैतृक गांव वडनगर पहुंचे। यहां मोदी ने रोड शो किया। इसके बाद अपने स्कूल पहुंचकर पीएम मोदी ने मिट्टी का टीका लगाया। वहीं, हाटकेश्वर मंदिर जाकर पीएम मोदी ने पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी ने मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया।

    प्रधानमंत्री मोदी ने वडनगर अपने मूल वतन पहुंचते ही अपने स्कूल श्रीबीएन हाईसकूल को देखकर मोदी भावुक हुए, मातृभूमि को नमन किया तथा माथे पर माटी से तिलक किया। मोदी हाटकेश्वर महादेव मंदिर
    पहुंचकर पूजा अर्चना इससे पहले प्रोटोकोल तोड अपने गांव के लोगों से दिल खोलकर मिले।

    मेहसाणा जिले का प्राचीन वडनगर गांव प्रधानमंत्री मोदी का मूल वतन है, मोदी यहां करीब 7 साल बाद पहुंचे। मोदी को देखने के लिए गांव के महिला, पुरुष व बच्चे आतुरता से उनकी एक झलक पाने को बेताब दिखे। पीएम ने भी लोगों की भावना की कद्र करते हुए प्रोटोकोल तोडकर कार से उतरे और पैदल ही रोड शो में चलने लगे। वडनगर पहुंचते ही सबसे पहले पीएम ने अपनी मात्रभूमि को नमन किया तथा माटी से तिलक लगाया। श्री वडनगर नागरिक मंडल संचालित श्रीबीएन हाईस्कूल को देखकर भी मोदी भावुक हो गए। मादरे वतन पहुंचने के
    लिए पीएम इतने उत्सुके थे कि तय समय से करीब एक घंटा पहले ही अपने गांव पहुंच गए।

    प्रधानमंत्री शनिवार से दो दिन की गुजरात यात्रा पर हैं, शनिवार को भगवान द्वारकाधीश के दर्शन करने के साथ ही उनहोंने अपनी इस यात्रा की शुरुआत की थी। मोदी ने इससे पहले अपने संदेश में कहा था कि उत्तर गुजरात उनका घर है, गौरतलब है कि मोदी अपनी इस यात्रा में करीब 5 हजार करोड के विकास कार्यों का शिलान्यास व उद्घाटन कर रहे हैं। गुजरात में दिसंबर माह में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए भी मोदी की गुजरात
    यात्राओं में इजाफा हुआ है। पिछले महिने 17 सितंबर को ही मोदी अपने जन्मदिन पर गुजरात आए थे तथा सरदार सरोवर नर्मदा बांध परियोजना देश को समर्पित की थी।
     

    प्राचीनकाल में शहर वडनगर बौद्व विहार का बडा केंद्र रहा है। यहां आज भी बौद्व विहार के अवशेष मिलते हैं। मोदी के स्वागत को लेकर गांव वाले पलक पांवड़े बिछाए हैं, यहां की सडकें, सर्कल, तालाब, बाजार सब सजे हुए हैं।

    मोदी के पिता दामोदर दास मोदी की चाय की स्टाल को भी स्टेशन पर सजाया गया है, जहां खुद मोदी बचपन में चाय बेचा करते थे। जिस स्कूल में मोदी बचपन में पढने जाया करते थे और मध्यांतर में नजदीक के रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने पहुंच जाया करते थे। उन जगहों में कई स्थलों का मोदी ने दौरा किया।

    देश में डिजिटल असंतुलन बर्दाश्त नहीं : मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में डिजिटल असंतुलन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने शहरों के साथ गांवों में भी डिजिटल क्रांति पर जोर दिया है। शनिवार को आइआइटी-गांधीनगर के नए परिसर का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि तकनीक आज जिंदगी का हिस्सा बन गई है।

    यदि कुछ लोग इसमें दक्ष होंगे और कुछ अन्य लोगों को इसकी जानकारी नहीं होगी, तो यह सामाजिक सद्भाव के लिए बड़ी चुनौती होगी। हमें इस अंतर को पाटने का प्रयास करना होगा। डिजिटल साक्षरता को सुशासन और पारदर्शिता के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए मोदी ने कहा कि सरकार ने जनधन खातों, आधार और मोबाइल को आपस में जोड़ दिया है।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को प्रयोगशालाओं में मेहनत करनी चाहिए। अपने आस-पास के लोगों की जिंदगी की तकलीफों को तकनीक के जरिये कैसे आसान किया जा सकता है, ऐसे विषयों पर इनोवेशन करना चाहिए। मोदी ने कहा कि आप आइआइटियन हैं और मैं टीआयन (चाय वाला) हूं। हम दोनों मिलकर देश का निर्माण करते हैं। देश में आज भी छह करोड़ परिवार गरीब हैं।

    कार्यक्रम के दौरान मोदी ने 'प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान' के तहत कोर्स पूरी करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले प्रत्येक परिवार में कम-से-कम एक आदमी को डिजिटल साक्षर बनाना है।

    ज्ञान हमारे पास, गूगल-फेसबुक कहीं और क्यों

     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आइआइटी गांधीनगर में अपने संबोधन में कहा कि मैं नहीं चाहता कि देश का नौजवान किसी दायरे में बंधकर रहे। हमारे पास नेचुरल टैलेंट है। उन्होंने कहा कि आइटी की महारत हमारे पास, लेकिन गूगल-फेसबुक और यूट्यूब कहीं और? मैं नौजवानों को नई खोज के लिए चुनौती देता हूं। बुद्धि किसी और की बपौती नहीं है।