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    आओ समझें मॉरगेज को

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    Updated: Mon, 11 Aug 2014 05:13 AM (IST)

    मॉरगेज एक लोन होता है, जो बैंक या वित्तीय संस्थान आपकी संपत्ति को बंधक रखकर देता है। यहां बंधक रखने का मतलब यह नहीं है कि बैंक आपकी संपत्ति पर कब्जा कर ले। इसका आशय सिर्फ इतना है कि अगर आप नियत समय में लोन नहीं चुका पाते हैं तो बैंक के पास आपकी संपत्ति पर

    मॉरगेज एक लोन होता है, जो बैंक या वित्तीय संस्थान आपकी संपत्ति को बंधक रखकर देता है। यहां बंधक रखने का मतलब यह नहीं है कि बैंक आपकी संपत्ति पर कब्जा कर ले। इसका आशय सिर्फ इतना है कि अगर आप नियत समय में लोन नहीं चुका पाते हैं तो बैंक के पास आपकी संपत्ति पर कब्जा करने का अधिकार होगा। सरल शब्दों में कहें तो मॉरगेज एक ऐसा कर्ज है, जो आप अपनी संपत्ति को बंधक रखकर लेते हैं। आम तौर पर मॉरगेज का इस्तेमाल नया मकान खरीदने के लिए धनराशि जुटाने की खातिर किया जाता है। लेकिन इसका कई अन्य कार्यो मसलन, नया कारोबार शुरू करने या इसके विस्तार में, इलाज कराने, बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

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    अगर आप तय समय में लोन को नहीं चुका पाते हैं तो उधार देने वाला बंधक प्रॉपर्टी को कर्ज वसूली के लिए बेच सकता है। तय समय से आशय उस अवधि से है, जिसके भीतर आपको ईएमआइ के जरिये कर्ज वापस चुकाना है। निश्चित समय अंतराल पर जाने वाली इस किस्त में मूलधन व ब्याज दोनों का हिस्सा होता है। लोन को चुकाने की अवधि कई कारणों पर निर्भर करती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण वह धनराशि है, जो आप घर खरीदने से पहले डाउन पेमेंट के तौर पर जमा करते हैं।

    मॉरगेज के प्रकार :

    -पहला, फिक्स्ड ब्याज दर वाला लोन। इस मॉरगेज में ब्याज दरें नहीं बदलतीं।

    -दूसरा, फ्लोटिंग यानी परिवर्तनीय ब्याज दर वाला मॉरगेज। इस तरह के लोन पर ब्याज दर घटती-बढ़ती रहती है। लेकिन यह बेस रेट से नीचे नहीं जाती है।

    -क्लोज्ड मॉरगेज: इसके तहत लोन लेने वाला व्यक्ति अगर समय से पहले लोन चुकाना चाहता है तो उसे इसका शुल्क देना पड़ेगा। इस तरह के शुल्क को बैंक व वित्तीय संस्थान तय करते हैं।

    -ओपन मॉरगेज: इस तरह के लोन में अगर आप समय से पहले लोन चुकाते हैं तो उस पर शुल्क नहीं देना पड़ता।

    जरूरी दस्तावेज-

    -आइडी प्रूफ

    -आयु का सबूत

    -पते का सबूत

    -पासपोर्ट साइज फोटो

    -पिछले छह माह का बैंक स्टेटमेंट

    किस तरह तय होती है ब्याज दर?:

    मॉरगेज के लिए ब्याज दर अलग-अलग मामलों में भिन्न होती है। शुरू में यह उधार लेने वाले व्यक्ति की इच्छा व उसके चुकाने की योग्यता पर निर्भर करती है। बैंक व वित्तीय संस्थान तीन तरीके से इसका पता लगाते हैं-

    -ऋण इतिहास

    -कार्य प्रोफाइल

    -उधार लेने वाले की उम्र

    मॉरगेज पाने का एक तरीका पॉलिसी बाजार जैसे पोर्टल पर जाकर अलग-अलग लोन की तुलना करना है। ऐसे पोर्टल से आपको जरूरत के हिसाब से मॉरगेज का पता चल जाएगा। आप जब इसकी ऑनलाइन तुलना करेंगे तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से उनमें से एक चुन सकते हैं।

    क्या हैं लाभ:

    कई लोगों को आश्चर्य होता है कि मॉरगेज अन्य तरह के लोन से किस तरह अलग है। यह निम्नलिखित कारणों से बेहतर है:

    -मॉरगेज सुरक्षित लोन है। इसलिए उधार लेने वाला व्यक्ति अधिक लोन के लिए आग्रह कर सकता है।

    -लोन चुकाने की अवधि 25 वर्ष होती है, जो अन्य तरह के लोन चुकाने की अवधि से अधिक है।

    -मॉरगेज अन्य तरह के पर्सनल लोन से ब्याज दरों व प्रोसेसिंग फीस के मामले में सस्ता होता है।

    -सुरक्षित लोन होने की वजह से मॉरगेज के लिए कम से कम दस्तावेजों की जरूरत होती है और उसकी मंजूरी जल्दी मिल जाती है।

    यशीश दहिया

    सीईओ और सह-संस्थापक

    पॉलिसीबाजारडाटकॉम

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