फिल्म रिव्यू: रिक्की एंड द फ्लैश (2.5 स्टार)
मेरिल स्ट्रीप की क्या बात है जो स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी में जादू कायम कर देती है। क्या उनका चेहरा। उनके चलने का ढंग। क्या उनकी डॉयलाग बोलने की अदा। गत तीस सालों से वो फिल्मों में नजर आ रही हैं। मगर एक मौका उन्होंने नहीं छोड़ा जिसमें वो स्क्रीन
प्रमुख कलाकार: मेरिल स्ट्रीप, केविन क्लीन, मोमी गमर
निर्देशकः जोनाथन डेम
स्टार: 2.5
मेरिल स्ट्रीप की क्या बात है जो स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी में जादू कायम कर देती है। क्या उनका चेहरा। उनके चलने का ढंग। क्या उनकी डॉयलाग बोलने की अदा। गत तीस सालों से वो फिल्मों में नजर आ रही हैं। मगर एक मौका उन्होंने नहीं छोड़ा जिसमें वो स्क्रीन पर हों और कोई बात नजर न आए कि स्ट्रीप ने कोशिश कम की। इस फिल्म में भी उनकी यह अदा कायम है।
'रिक्की एंड द फ्लैश' में भी स्ट्रीप ने ऐसा ही एक प्रभावशाली किरदार निभाकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। फिल्म को निर्देशित किया है जोनाथन डेम ने। जिन्होंने इसके पहले बनाई थी 'द साइलेंस ऑफ द लैंब्स'। डेम का नाम ही फिल्म के लिए रुचि जगाने के लिए काफी था मगर स्ट्रीप को शामिल करने के बाद यह मजा दोगुना हो गया।
फिल्म की कहानी रोचक है। लिंडा (स्ट्रीप) अपने जीवन से बोर हो चुकी हैं। वो एक हाउस वाइफ है जिसके तीन बच्चे हैं। उनका हसबैंड हैं केविन क्लीन। वो अपने जीवन के सपनों को भूल चुकी हैं। परिवार में उलझकर रह गई हैं। वो रॉकस्टार बनना चाहती थीं। उन्हें रिक्की के नाम से पुकारा जाता था। वो अब बार में परफॉर्मर है। एक दिन उसे अपने पूर्व पति का फोन आता है कि अपनी बेटी को ले जाओ क्योंकि मेरी पत्नी घर में नहीं है। रिक्की वहां जाती है। गेटअप एक रॉकस्टार का होता है। जिज्ञासा पैदा होना लाजमी है कि आगे क्या होगा।
फिल्म को डायब्लो कोडी ने लिखा है। फिल्म अच्छे से शुरू होती है मगर अंत तक यह लय बरकरार नहीं रह पाती है। कई मौकों पर कहानी का अंदाजा आप खुद ही लगाने लग जाते हैं। फिल्म में हर कोई बढ़िया है। आपको भरोसा होता है कि फिल्म के किरदार वास्तविक है। मगर फिल्म का अंत निराशाजनक है। इस फिल्म से आपको कोई शिक्षा नहीं मिल पाती।
-मिहिर फडनवीस