अपने होमटाउन से कनेक्शन बनाने के लिए श्रीदेवी करती हैं ये काम
श्रीदेवी की फिल्म 'मॉम' 7 जुलाई को रिलीज़ होगी। यह उनकी 300वीं फिल्म है।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। श्रीदेवी की फिल्म 'मॉम' उनके करियर की 300वीं फिल्म है और श्रीदेवी इस बात से बेहद खुश हैं कि उनके करियर के इस पड़ाव की अहम फिल्म दक्षिण भारत की भाषाओँ में भी रिलीज़ हो रही है। खास बात यह है कि उन्होंने खुद इसके लिए डब भी किया है।
श्रीदेवी कहती हैं कि वह जब भी अपनी भाषा में कुछ करती हैं, उन्हें बहुत अधिक सुकून मिलता है। उन्हें लगता है कि वह जीवन में सब कुछ हासिल कर सकती हैं अगर आपकी भाषा पर आपकी कमांड हो तो। श्रीदेवी अपनी भाषा के बारे में कहती हैं कि उनके करियर की पहली फिल्म 'THUNAIVAN' भी दक्षिण भारत की ही फिल्म थी। इसलिए उनके लिए हमेशा वह फिल्म खास फिल्म रहेगी। ऐसे में जब उन्हें पता चला कि इस फिल्म को दक्षिण में भी रिलीज़ करना है, तो उन्होंने खुद ही डब करने का निर्णय लिया। श्रीदेवी कहती हैं कि उनकी बहुत चाहत होती है कि वह अपनी बेटियों जानवी कपूर और खुशी कपूर से अपनी मातृभाषा में बात करें। बोनी कपूर से भी उनकी दक्षिण भारतीय भाषाओं में बात करने की उनकी इच्छा थी। लेकिन बोनी को भी यह भाषा नहीं आती है। इसलिए श्रीदेवी अपने घर के सर्वेंट से ही इस भाषा में बात कर लेती हैं तो उन्हें बहुत संतुष्टि मिलती है। श्रीदेवी कहती हैं कि उनके काफी सुकून मिलता है और वह उनसे काफी कुछ पुरानी बातें भी शेयर करती हैं। खासतौर से खाने-पीने के बारे में वह तुरंत बात समझ जाते हैं। वह कहती हैं कि अपनी जमीन से कनेक्टेड रहने के लिए ही वह ऐसा करती हैं।
यह भी पढ़ें: ...तो ये होंगे जग्गा जासूस के असली जासूस
आपको बता दें कि श्रीदेवी को अपनी भाषा से बहुत प्यार है और वह दक्षिण भारत की पांच भाषाओं में पारंगत हैं। श्रीदेवी की फिल्म 'मॉम' 7 जुलाई को रिलीज़ होगी।