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Father's Day: सलीम ख़ान के ह्यूमर के आगे कुछ नहीं सोहेल-सलमान, डैडी हैं बिग बॉस

फादर्स डे के दिन वह डैड सलीम को क्या तोहफ़ा देना चाहेंगे, इस पर सोहेल कहते हैं कि हम उन्हें कुछ भी नहीं दे सकते। हां, उनसे ले ज़रूर सकते हैं। चूंकि वह पिता हैं।

By मनोज वशिष्ठEdited By: Published: Sun, 18 Jun 2017 01:45 PM (IST)Updated: Sun, 18 Jun 2017 01:45 PM (IST)
Father's Day: सलीम ख़ान के ह्यूमर के आगे कुछ नहीं सोहेल-सलमान, डैडी हैं बिग बॉस
Father's Day: सलीम ख़ान के ह्यूमर के आगे कुछ नहीं सोहेल-सलमान, डैडी हैं बिग बॉस

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। सलमान ख़ान का सेंस आॅफ ह्यूमर कमाल का है, यह सभी जानते हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान, प्रेस कांफ्रेंस व टीवी शो में भी सलमान के इस हुनर को देखने का मौक़ा हमेशा मिलता है। ना सिर्फ़ सलमान बल्कि सोहेल ख़ान भी कॉमेडी करते रहते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ़ सलमान-सोहेल ही नहीं, बल्कि उनके खानदान में कोई और भी है, जिनका सेंस आॅफ ह्यूमर कमाल का है।

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ख़ुद सोहेल ने यह राज़ खोला है। जी हां, सोहेल ने बताया कि हमारे घर में सबसे अधिक किसी के पास सेंस आॅफ ह्मूयर है तो वह डैड ही हैं। शायद उनसे हम में आया। दरअसल, पापा से संबंध दोस्ताना रहे तो हम लोग एक-दूसरे के साथ मस्ती करते रहे हैं। साथ ही सोहेल ने यह भी कहा कि हम तो उन्हें ही घर का बिग बॉस मानते हैं। फादर्स डे के दिन वह डैड सलीम को क्या तोहफ़ा देना चाहेंगे, इस पर सोहेल कहते हैं कि हम उन्हें कुछ भी नहीं दे सकते। हां, उनसे ले ज़रूर सकते हैं। चूंकि वह पिता हैं।

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सोहेल ने बताया कि हम सभी भाई उनके पेशेंस के कायल हैं। डैड हमेशा कहते हैं कि पेशेंस रखोगे तो सब कुछ हो जायेगा। साथ ही डैड ने कभी नहीं कहा कि जो मैंने कमाकर दे दिया है, अब उसी पर ऐश करो। वह साफ़ कहते हैं कि तुम्हें भगवान ने पूरा शरीर दिया है, दिमाग दिया है, तो उसका इस्तेमाल करो। हाथ पर हाथ धरकर मत बैठो। यही वजह रही कि हम तीनों भाइयों ने कभी उनके नाम का इस्तेमाल नहीं किया। जो कुछ भी किया अपने दम पर ही किया। उन्होंने यह बात हमेशा स्पष्ट रखी कि हमें किसी के दम पर अपनी पहचान नहीं बनानी है।

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सोहेल कहते हैं कि हम लोग बहुत छोटे ही थे, तब से पापा ने तीनों भाइयों को दोस्त बना लिया था। हमें निर्णय लेने की छूट मिली। मैंने सीमा को पसंद किया, कहा शादी करनी है। उन्होंने कहा ठीक है। तीनों भाइयों और दोनों बहनों को स्वतंत्रता मिली।


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