विख्यात क्लासिकल सिंगर किशोरी अमोनकर का निधन , कई फिल्मों में गाया
साल 1964 में आई फिल्म गीत गाया पत्थरों ने का टाइटल सॉन्ग उन्होंने गाया था। बाद में 1990 में आई फिल्म दृष्टि में भी उन्होंने गाया था।
मुंबई। " बाबुल मोरा नैहर छूटल जाय। "भारतीय शास्त्रीय संगीत के ख़्याल अंग की मल्लिका किशोरी अमोनकर का सोमवार की देर रात को मुंबई में प्रभादेवी स्थित उनके घर पर निधन हो गया। वो 84 वर्ष की थीं।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक रात करीब साढ़े नौ बजे नींद में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। ख़्याल, ठुमरी और भजन गायकी में दुनिया भर के संगीत रसिकों के दिलों में बसी किशोरी अमोनकर का वास्ता संगीत के जयपुर अतरौली घराने से रहा। जयपुर घराने की प्रवर्तक कही जाने जाने वाली किशोरी अमोनकर ने अपनी माँ मोघूबाई कुर्डीकर से संगीत की शिक्षा ली थी। वैसे तो किशोरी अमोनकर ने अपना सारा जीवन शास्त्रीय संगीत के नाम समर्पित किया लेकिन उनकी रूचि फिल्म संगीत में भी थी। साल 1964 में आई फिल्म गीत गाया पत्थरों ने का टाइटल सॉन्ग उन्होंने गाया था। बाद में 1990 में आई फिल्म दृष्टि में भी उन्होंने गाया था। एक हफ्ते बाद 10 अप्रैल को उनका जन्मदिन है।
Renowned Hindustani classical vocalist #KishoriAmonkar passes away at 84.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 3, 2017
किशोरी अमोनकर को पद्म भूषण और बाद में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। साल 1985 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
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