मौसमी चटर्जी के लिए सबसे ऊपर है फैमिली
हालिया रिलीज फिल्म ‘पीकू’ को दर्शकों और समीक्षकों, सभी ने सराहा। इसमें मौसमी चटर्जी के अभिनय की भी जमकर तारीफ हुई। उन्होंने अपने फिल्मी सफर में कई बेहतरीन फिल्में की हैं लेकिन उनका मानना है कि दुनिया में नाम और पैसा अस्थायी है।
मुंबई। हालिया रिलीज फिल्म ‘पीकू’ को दर्शकों और समीक्षकों, सभी ने सराहा। इसमें मौसमी चटर्जी के अभिनय की भी जमकर तारीफ हुई। उन्होंने अपने फिल्मी सफर में कई बेहतरीन फिल्में की हैं लेकिन उनका मानना है कि दुनिया में नाम और पैसा अस्थायी है।
'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' का जलवा दूसरे दिन भी कायम
फिल्म इंडस्ट्री के अपने शुरुआती अनुभव को शेयर करते हुए मौसमी चटर्जी बताती हैं, ‘खुशकिस्मत हूं कि अच्छा पति और बेटियां मिलीं। ससुर हेमंत कुमार ने मुझे मुंबई में कभी अहसास नहीं होने दिया कि माता-पिता मेरे पास नहीं है। मैंने अपने पैसे से मर्सिडीज कार भी खरीदी थी। 18 साल की उम्र में एक बेटी की मां बन गई थी। मुझे याद है कि डॉक्टर मुझसे कह रहे थे कि मेरे नर्सिंग होम में पहली बार एक बेबी ने बेबी को जन्म दिया। सभी ने उस समय मुझे मां न बनने की नसीहत दी थी। सबको लगता था कि मैं अपने करियर को लेकर गंभीर नहीं हूं। मैंने भी कई निर्माताओं को पैसा लौटा दिया था। मुझे भी लगा कि यही सेटेल होने का समय है। फिर एक के बाद एक फिल्में आती गईं और मैंने वापसी की।’
सनी लियोन ने कहा, नहीं निकाला गया है उन्हें घर से
मौसमी चटर्जी पैसे और शोहरत को अस्थायी मानती हैं। वह कहती हैं, ‘मैं सकारात्मक सोच रखती हूं और ऐसा नहीं सोचती कि कोई भी चीज बिना किसी वजह के होती है। जिंदगी ने मुझे बहुत तजुर्बे दिए हैं। मेरा मानना है कि पैसा और शोहरत अस्थायी हैं। आपका बर्ताव, प्रतिबद्धता और सोच ही हमेशा आपके साथ रहती है।’