पेड़ों पर चढ़ना, गाय-भैंसों का दूध दुहना...ऐसा था सलमान का बचपन
सलमान खान को पूरी दुनिया बॉलीवुड सुपरस्टार के तौर पर जानती है, मगर उनका बचपन आपको बिल्कुल अपनी जिंदगी का हिस्सा लगेगा। वो पेड़ों पर चढ़ना, दोस्तों ...और पढ़ें

नई दिल्ली। सलमान खान को पूरी दुनिया बॉलीवुड सुपरस्टार के तौर पर जानती है। मगर आम लोगों को खास नजर आने वाले सलमान खान का असल जिंदगी में अलग ही चेहरा देखने को मिलता है, एक आम शख्स की जिंदगी जीने वाला सलमान। खास तौर से इंदौर में बिताया गया उनका बचपन, एक अलग ही कहानी बयां करता है। तो उनके 50वें बर्थडे पर चलिए आपको रूबरू कराते हैं इस सलमान से उनके आंटी-अंकल और कजिन्स की नजर से। पत्रकार जसीम खान ने सलमान पर लिखी अपनी नई किताब 'बीइंग सलमान' के जरिए उनके यादगार बचपन से हमें मिलवाया है।
आंटी सुफिया खान की नजर में सलमान को हमेशा से अच्छा खाना बहुत पसंद रहा है। वो हमेशा कहते थे, 'आंटी मेरे लिए खीर बना दो, मेरे लिए कबाब बना दो।' पहले घर में पेड़-पौधों से भरा एक बड़ा कंपाउंड था। उन्हें फल तोड़ना और खाना बहुत पसंद था। वो घर में कभी भी शरबत का बॉटल लंबे समय तक बचे नहीं रहने देते थे। बच्चों का एक पूरा झूंड हमारे घर में इकट्ठा होता था। वो साथ खाते थे और खेलते थे। कंपाउंड में बच्चे फल खाते थे, पेड़ पर चढ़ते थे और साइकिल चलाते थे।
पिता सलीम खान और मां सलमा खान के साथ सलमान और अलविरा।

सुफिया खान के मुताबिक, सलमान का दिल एक बच्चे की तरह है। वो बहुत ही सरल और मासूम हैं। उन्हें बच्चे पसंद हैं। वो किसी भी बच्चे की आंखों में आंसू नहीं देख सकते। हर एक बच्चा उन्हें बहुत प्यारा है। वहीं सलमान के अंकल नईम खान का कहना है कि सलमान दूसरे बच्चों से बिल्कुल अलग थे...शरारती और जिद्दी। अगर उन्होंने कुछ करने की ठान ली तो वो फिर किसी की नहीं सुनते थे। उन्हें बचपन में ही स्टंट्स करने में मजा आने लगा था। 12 साल की उम्र में वो व्हील्स पर तीन मीटर तक छलांग लगा लेते थे। कभी-कभी तो वो अपनी साइकिल को पथरीले रास्तों पर भी दौड़ा देते थे और यहां तक कि सीढि़यों पर भी चला लेते थे।
सलमान अपने भाईयों अरबाज, सोहैल और बहन अलविरा के साथ। अन्य कजिन्स भी। सलमान लेफ्ट में खड़े हैं।

कजिन मुबीन खान उनके खेलने के साथी थे। उनका कहना है कि स्टंट्स करने की कोशिश करने के दौरान सलमान कितनी बार गिरे होंगे, वो उसे काउंट नहीं कर सकते। वे हमेशा साइकिल तोड़ देते थे, मगर कभी भी रिस्क लेने से पीछे नहीं हटते थे। मुबीन प्रकृति के प्रति भी सलमान के प्यार को याद करते हैं। उन्हें लकडि़यों पर चलना पसंद था। बाहर रातें बिताना खास तौर से उन्हें अच्छा लगता था। उनके ग्रुप में सलमान ऐसे अकेले थे, जिन्हें गंदी सड़कों पर जीप दौड़ाने में मजा आता था। उन्हें दूरदराज के गांव, बैलगाड़ी की सवारी और गाय व भैंसों के दूध निकालने भी मजा आता था। वो कच्चा दूध ही पी जाते थे।
ये वो जीप है, जिससे सलमान ड्राइविंग सीखते थे। साथ में मुबीन खान।

सलमान के दूसरे कजिन मतिन खान ने एक एडवेंचर को याद करते हुए बताया कि हमारा बचपन मस्ती से भरा था। हम जीप से गांवों व मैदानों में घूमते थे और सड़कों पर सारे बाइक स्टंट्स करते थे। हम पेड़ों पर चढ़ते थे, फलों को खाते थे। एक बार स्टंट करते समय सलमान का हाथ टूट गया था। हम लोग पास के एक जगह बरदारी में थे। हमारी वहां जमीन थी, हम रेस लगा रहे थे और तभी उनकी बाइक फिसल गई। बरदारी सलमान के पैतृक घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यही वो जगह है जहां सलमान के सभी कजिन्स और फ्रेंड्स मिलते थे और खेलते थे।

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