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    अमिताभ बच्चन: सत्तरवें दशक में सत्तर के दशक जैसा दमख़म!

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Tue, 11 Oct 2016 10:01 AM (IST)

    अपनी फ़िल्मों में रोमांस तो वो काफी वक़्त से करते रहे हैं, लेकिन 'चीनी कम' जैसा रोमांस उन्होंने पहली बार किया।

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    मुंबई। अमिताभ बच्चन नाम के चैप्टर के बिना इंडियन सिनेमा का इतिहास पूरा नहीं हो सकता। अदाकारी करते-करते अमिताभ को यूं तो चार दशक से ज़्यादा गुज़र चुके हैं, लेकिन उम्र के सत्तरवें दशक में पहुंचकर बिग बी अभिनय के जिस मुकाम को छू रहे हैं, वो सत्तर के दशक की याद दिलाता है जब अमिताभ अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे और हिंदी सिनेमा में एक नए युग की बुनियाद पड़ रही थी।

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    पिछले कुछ सालों में अमिताभ ने अपनी फ़िल्मों के चुनाव को काफी चेंज किया है, जिसकी वजह से उनकी एक्टिंग की बिल्कुल नई रेंज दर्शक देख पा रहे हैं।

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    अमिताभ के इस बदले हुए अंदाज़ की पहली तस्वीर है 2007 में आई 'चीनी कम'। एड फ़िल्ममेकर आर बाल्कि ने इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन को पहली बार डायरेक्ट किया। 64 साल के बुजुर्ग और 34 साल की महिला की प्रेम कहानी में बिग बी के अपोज़िट तब्बू ने फीमेल लीड रोल निभाया। सामाजिक ताने-बाने को चुनौती देती इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन का बिल्कुल नया रूप देखा गया। अपनी फ़िल्मों में रोमांस तो वो काफी वक़्त से करते रहे हैं, लेकिन 'चीनी कम' जैसा रोमांस उन्होंने पहली बार किया।

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    'चीनी कम' के बाद आर बाल्कि ने बिग बी को 2009 की फ़िल्म 'पा' में डायरेक्ट किया। हिंदी सिनेमा के दर्शकों ने ना तो कभी ऐसी कहानी देखी-सुनी थी और ना ही अमिताभ को कभी ऐसे अंदाज़ में देखा था। कमर्शियल फ़िल्मों के इस शहंशाह ने 'पा' में प्रोजेरिया के शिकार 13 साल के बच्चे ऑरो का क़िरदार निभाया और जिस वक़्त बिग बी इस फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे, उस वक़्त उनकी उम्र 66-67 साल थी। घंटों तक होने वाले प्रॉस्थेटिक मेकअप और वेशभूषा ने अमिताभ को ऑरो तो बना दिया, लेकिन इस क़िरदार के लिए जो आवाज़ और बॉडी लैंग्वेज चाहिए थी, वो बिग बी का अपना टेलेंट था। हिंदी सिनेमा की ये पहली फ़िल्म है, जिसमें रियल लाइफ़ में बेटा अपने पिता का रील लाइफ़ में पिता बना हो। 'पा' में अभिषेक बच्चन और विद्या बालन ने ऑरो के पेरेंट्स के करेक्टर्स निभाए थे।

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    आर बाल्कि और अमिताभ बच्चन 2015 में तीसरी बार एसोशिएट हुए और लेकर आए 'शमिताभ'। इस फ़िल्म में साउथ सिनेमा के सुपर स्टार धनुष ने अमिताभ के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया। बिग बी ने फ़िल्म में एक ऐसे शख़्स का क़िरदार निभाया, जिसने एक्टिंग की दुनिया से हारकर शराब को साथी बना लिया था। वहीं धनुष का क़िरदार एक्टर बनना चाहता है, लेकिन उसकी आवाज़ नहीं थी। धनुष की अदाकारी और बिग बी की आवाज़ को मिलाकर बनता है सुपर स्टार- 'शमिताभ'। शराबी का रोल तो अमिताभ कई फ़िल्मों में निभा चुके हैं, लेकिन 'शमिताभ' में इगोइस्ट फेल एक्टर के रोल में अमिताभ ने जो किया, वो कम ही एक्टर कर पाते हैं।

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    'शमिताभ' में शराबी और असफल एक्टर का क़िरदार निभाने के बाद अमिताभ ने 'पीकू' में एक बंगाली बुजुर्ग का क़िरदार निभाया। फ़िल्म में बिग बी के क़िरदार को कांस्टिपेशन दिखाया गया। इस क़िरदार को कंविंसिंग्ली निभाने के लिए अमिताभ ने बंगाली एक्सेंट में डायलॉग्स बोले। दीपिका पादुकोण उनकी बेटी के रोल में थीं और दोनों ने मिलकर स्क्रीन पर जो सीन क्रिएट किया, वो अमिताभ के फैंस ने पहली बार देखा। 'शमिताभ' से पूरी तरह अलग 'पीकू' का ये क़िरदार बताता है कि अमिताभ के भीतर अदाकारी का जो ख़ज़ाना छिपा है, उसमें अभी बहुत कुछ बाक़ी है।

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    ... और अब 'पिंक'। अनिरुद्ध रॉय चौधरी निर्देशित फ़िल्म में अमिताभ ने कई साल बाद वक़ीलों वाला काला कोट पहना। वुमन इंपॉवरमेंट के सब्जेक्ट पर बनी फ़िल्म में अमिताभ एक रिटायर्ड लॉयर के रोल में नज़र आए। इस फ़िल्म में अदालत में जिरह के दौरान बिग बी के पॉवरफुल सीन और डायलॉग्स ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। 74 साल के हो चुके अमिताभ ने इस फ़िल्म के ज़रिए नई एक्टर्स की मौजूदा जनरेशन के सामने एक चुनौती पेश की है।