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    अपने मित्र विनोद खन्ना की मौत पर भावुक हुए अमिताभ बच्चन, साझा की ये कविता

    By Hirendra JEdited By:
    Updated: Fri, 28 Apr 2017 09:29 AM (IST)

    यही कारण था कि गुरुवार को जब अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना के निधन की खबर सुनी तो शॉक्ड हो गए और उन्होंने तुरंत अपना सारा काम बंद कर विनोद खन्ना के अंतिम दर्शन को निकल पड़े।

    अपने मित्र विनोद खन्ना की मौत पर भावुक हुए अमिताभ बच्चन, साझा की ये कविता

    मुंबई। गुरुवार को जब वेटरन एक्टर विनोद खन्ना के मौत की ख़बर आई तो हर कोई जैसे सकते में आ गया। विनोद खन्ना के साथ दर्जनों कामयाब फ़िल्में देने वाले अमिताभ बच्चन भी अपने मित्र विनोद खन्ना के अचानक चले जाने से सदमें में थे। अमिताभ बच्चन इस मौके पर काफी भावुक नज़र आये। उन्होंने ट्विटर पर प्रसून जोशी की लिखी एक एक भावपूर्ण कविता भी शेयर की है।

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    अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना के साथ 'मुक़द्दर का सिकंदर', 'परवरिश', 'खून पसीना', 'अमर अकबर एंथनी', 'ज़मीर', 'हेराफरी' जैसी कई हिट फ़िल्में की हैं। ज़ाहिर है दोनों ने एक लम्बा वक़्त साथ बिताया है। इसकी झलक अमिताभ के ट्वीट में भी दिखती है जब वो विनोद खन्ना के साथ अपने 48 साल पुराने संबंध की बात करते हैं और भावुक हो उठते हैं!

    ये भी पढ़ें: विनोद खन्ना के अंतिम दर्शन को नहीं पहुंचे आज के स्टार्स, उन पर जम कर बरसे ऋषि कपूर

    अमिताभ बच्चन ने लिखा- आदर और स्नेह। आज के दिन, जब 48 वर्ष के संबंध को अग्नि की ज्वाला में भस्म होते देखा है, तो आपकी रचना का एक एक शब्द मानव जीवन के सत्य का अदभुत दर्पण है। यदि आज्ञा हो तो इसे मैं अपने सोशल मीडिया के मंच पर प्रदर्शित करना चाहूंगा। - अमिताभ बच्चन ...

    और उपरोक्त वाक्य लिख कर बिग बी ने प्रसून जोशी की यह कविता शेयर की।

    आश्वस्त हूं..

    सर्प क्यों इतने चकित हो, दंश का अभ्यस्त हूं, पी रहा हूं विष युगों से, सत्य हूं, आश्वस्त हूं...ये मेरी माटी लिए है, गंध मेरे रक्त की, जो कहानी कह रही है, मौन की अभिव्यक्त की, मैं अभय ले कर चलूंगा, ना व्यथित ना त्रस्त हूं...

    वक्ष पर हर वार से, अंकुर मेरे उगते रहे, और थे वे मृत्यु भय से जो सदा झुकते रहे, भस्म की सन्तान हूं मैं मैं कभी ना ध्वस्त हूं...

    है मेरा उद्गम कहां पर, और कहां गंतव्य है, दिख रहा है सत्य मुझको, रूप जिसका भव्य है... मैं स्वयं की खोज में कितने युगों से व्यस्त हूं..

    है मुझे संज्ञान इसका, बुलबुला हूं सृष्टि में, एक लघु सी बूंद हूं मैं, एक शाश्वत वृष्टि में, है नहीं सागर को पाना मैं नदी संन्यस्त हूं...- प्रसून जोशी

    आप अमिताभ बच्चन का ट्वीट भी देख सकते हैं -

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    आपको यह भी बताते चलें कि, करीब 40 साल पहले आई मनमोहन देसाई की फ़िल्म 'अमर अकबर एंथनी' को लोग कभी भुला नहीं सकते और ना ही अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना का याराना। यही कारण था कि गुरुवार को जब अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना के निधन की खबर सुनी तो शॉक्ड हो गए और उन्होंने तुरंत अपना सारा काम बंद कर विनोद खन्ना के अंतिम दर्शन को निकल पड़े।

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