सोनम, सोनाक्षी ने ट्विटर पर बोला कुछ ऐसा की मचा बवाल
बॉलीवुड सेलेब्स के लिए भी ट्विटर मुखर मंच साबित हो रहा है। वो यहां खुलकर अपनी बातों को रख रहे हैं। सिर्फ फिल्मों को लेकर ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया में चल रहे समसामयिक मुद्दों पर भी अपने विचार से अवगत करा रहे हैं। कई बार ये इसकी वजह से खुद
नई दिल्ली। बॉलीवुड सेलेब्स के लिए भी ट्विटर मुखर मंच साबित हो रहा है। वो यहां खुलकर अपनी बातों को रख रहे हैं। सिर्फ फिल्मों को लेकर ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया में चल रहे समसामयिक मुद्दों पर भी अपने विचार से अवगत करा रहे हैं। कई बार ये इसकी वजह से खुद विवाद का हिस्सा भी बन जाते हैं। इनमें बॉलीवुड हीरोइनें भी शामिल हैं। अब सोनम कपूर और सोनाक्षी सिन्हा को देख लीजिए।
मुंबई में चार दिन के लिए मीट बैन पर दोनों हीरोइनों ने ट्विटर पर मुखर तरीके से अपने विचार क्या व्यक्त किए, बवाल मच गया। पहले सोनम ने ट्वीट कर कहा, 'हमारे देश में जब तक इस तरह की बातें होती रहेंगी तब तक हम तीसरी दुनिया की श्रेणी में ही आएंगे। लिहाजा हम संकीर्णता के शिकार होते रहेंगे।' हालांकि उनका यह ट्वीट उन पर ही भारी पड़ गया। लोगों ने ट्वीट कर जमकर उन्हें निशाने पर लिया।
अब सोनाक्षी ने भी इस मुद्दे पर एक के बाद एक ट्वीट कर कुछ ऐसा कह डाला है, जिससे ट्विटर पर बवाल मच गया है। सबसे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह एक स्वतंत्र देश है। तो स्वागत है बैन-इस्तान में...मेरा मतलब इंडिया में। ये रहा उनका पूरा ट्वीट।
इसके बाद सोनाक्षी ने एक और ट्वीट किया, जिसके जरिए उन्होंने सरकार पर भी हमला बोला। इसके माध्यम से उन्होंने सरकार का ध्यान असम बाढ़ की तरफ दिलाया। उन्होंने ट्वीट कर सवाल किया कि अज्ञानता या लापरवाही पर बैन क्यों नहीं है? असम के बाढ़ पीड़ितों का क्या हुआ? लोगों की प्राथमिकताएं तय की जाए।
इन ट्वीट्स पर सोनाक्षी का जमकर लोगों ने मजाक उड़ाया। इसकी वजह से वो ट्विटर पर ट्रेंड भी करने लगीं। हालांकि सोनम और सोनाक्षी दोनों ने ही सीधे तौर पर मीट बैन को लेकर ये ट्वीट्स नहीं किए हैं, मगर इन्हें इसी संदर्भ में देखा जा रहा है।
आपको बता दें कि मुंबई में जैन धर्म के फेस्टिवल को ध्यान में रखते हुए बीएमसी ने चार दिनों के लिए मीट की बिक्री पर बैन लगाया है। इसको लेकर इतना हो-हल्ला मचा है। सोनाक्षी के विरोधी उनका एक पुराना ट्वीट दिखाकर भी उनकी आलोचना कर रहे हैं। उस ट्वीट में उन्होंने तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को ट्वीट करके लिखा था कि जानवरों की रक्षा कीजिए और जानवरों की खाल से बनी चीजों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाइए।