उत्तराखंड चुनाव: भाजपा में बुझ नहीं रही बगावत की आग
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 64 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। टिकट कटने से खफा दो पूर्व भाजपा एमएलए ने पार्टी से त्यागपत्र देकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 64 प्रत्याशियों की घोषणा के साथ भाजपा में सुलगी बगावत की चिंगारी दो दिन बाद बुझने की बजाए आग में तब्दील होती दिख रही है। टिकट कटने से खफा दो पूर्व भाजपा विधायकों शैलेंद्र सिंह रावत और सुरेश चंद्र जैन ने पार्टी से त्यागपत्र देकर चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व चौबट्टाखाल विधायक तीरथ सिंह रावत ने भी चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है, जबकि दो मौजूदा विधायकों ने पार्टी तो नहीं छोड़ी मगर उनके तेवर बरकरार हैं। उधर, कांग्रेस पूरे घटनाक्रम पर नजरें टिकाए है और भाजपा के बागियों को लपकने को भी तैयार है।
भाजपा ने पहले चरण में 70 में से 64 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए तो इनमें से 22, यानी एक-तिहाई सीटों पर टिकट के अन्य दावेदारों की तरफ से खुला विरोध शुरू हो गया। हालांकि भाजपा ने तत्काल डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू कर दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने टिकट से वंचित रह गए दावेदारों से धैर्य रखने की अपील की। कुछ केंद्रीय नेताओं को रूठों को मनाने के काम पर लगाया गया लेकिन लगता नहीं कि पार्टी इसमें बहुत सफल हो पाई।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव 2017: भाजपाई असंतुष्टों का चुनावी जंग का ऐलान
गुरुवार को भाजपा के दो पूर्व विधायकों कोटद्वार से शैलेंद्र सिंह रावत और रुड़की से सुरेश चंद्र जैन ने भाजपा छोड़कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने शैलेंद्र को चौबट्टाखाल और जैन को रुड़की से टिकट का प्रस्ताव दिया है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव 2017: हरदा के नेतृत्व पर लगा सवालिया निशान
हालांकि अभी यह तय नहीं कि भाजपा छोड़ने वाले दोनों नेता निर्दल लड़ेंगे या फिर कांग्रेस के टिकट पर। पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत का कहना है कि राज्य के विकास के लिए वह चुनावी दंगल में उतरेंगे। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे निर्दलीय लड़ेंगे अथवा किसी दल से।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: कांग्रेस को झटका दे ही गए एनडी
केदारनाथ की पूर्व विधायक आशा नौटियाल व पुरोला से टिकट मांग रहे पूर्व विधायक राजकुमार ने अभी हालांकि भाजपा नहीं छोड़ी है लेकिन दोनों निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अडिग हैं। नरेंद्रनगर से विधायक रहे ओमगोपाल रावत पहले ही चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड एसेंबली इलेक्शनः भाजपा की सिर फुटव्वल से कांग्रेस को आस
टिकट कटने से क्षुब्ध यमकेश्वर विधायक विजया बड़थ्वाल ने वरिष्ठ पार्टी नेताओं को खरीखोटी तो खूब सुनाई मगर चुनाव लड़ने के सवाल पर महज यही टिप्पणी की कि सभी विकल्प खुले हैं। ज्वालापुर विधायक चंद्रशेखर भट्टेवाला भी प्रत्याशी न बनाए जाने से अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उधर, अल्मोड़ा में पूर्व विधायक कैलाश शर्मा और काशीपुर में पूर्व विधायक राजीव अग्रवाल भी निर्दल चुनाव लड़ने के अपने निर्णय पर कायम हैं।
उत्तराखंंड चुनाव से संबंधित खबरों केे लिए यहां क्लिक करेंं--
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।