Election 2017: गठबंधन अस्वाभाविक, सपा घोषणा पत्र थोथे वादों का पुलिंदा : भाजपा
भाजपा ने सपा-कांग्रेस के गठबंधन को पहले से ही पराजित मनोदशा वाले टूटे बिखरे दलों का अस्वाभाविक गठबंधन और सपा घोषणा पत्र को थोथे वादों का पुलिंदा बताया है।
लखनऊ (जेएनएन)। भाजपा ने सपा-कांग्रेस के गठबंधन को पहले से ही पराजित मनोदशा वाले टूटे बिखरे दलों का अस्वाभाविक गठबंधन और सपा घोषणा पत्र को थोथे वादों का पुलिंदा बताया है। पिछले चुनाव में किए आधे से ज्यादा वादे सपा सरकार ने पूरे नहीं किए। इस बार भी केवल सब्जबाग दिखा रही है।
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आइसीयू में कांग्रेस
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित ने पत्रकारों से कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है। कांग्रेस आइसीयू में है और अभी तक कांग्रेस ने ही सपा सरकार के खिलाफ 27 साल-यूपी बेहाल का नारा देकर आंदोलन किया था। दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस अस्तित्व को बचाने के लिए ही सपा के साथ गठबंधन कर रही है। वह सपा की साइकिल पर सवार होकर अस्तित्व की रक्षा करना चाहती है लेकिन, सपा और कांग्रेस मिलकर भी कोई करिश्मा नहीं कर सकते।
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थोथे वादों का पुलिंदा सपा का घोषणा पत्र : केशव
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सपा द्वारा जारी घोषणा पत्र थोथे वादों का पुलिंदा है। पहले बेरोजगारी भत्ता, लैपटॉप और टैबलेट का सब्जबाग दिखाकर सत्ता हासिल करने वाला सैफई कुनबा एक बार फिर स्मार्ट फोन के जरिये युवाओं को लालच दे रहा है। पर, अब उनकी दाल गलने वाली नहीं है क्योंकि सपा के छल से उत्तर प्रदेश का युवा अच्छी तरह परिचित हो गया है। अब युवा वर्ग किसी लालच में आने वाला नहीं है। सपा के घोषणा पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि युवा वर्ग नौकरियों की नीलामी नहीं भूला है। हक मांग रहे युवाओं पर अखिलेश सरकार की बर्बर पुलिस ने लाठियां बरसाई हैं। उनकी योजनाओं और घोषणाओं पर तंज कसते हुए केशव ने कहा कि सपा सरकार ने युवाओं, बेरोजगारों, किसानों सबके साथ छल किया है।
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घोटालेबाजों को जेल भेजने का वादा झूठा निकला
केशव प्रसाद ने कहा कि सपा ने पिछले घोषणा पत्र में किसान की आत्महत्या पर अफसरों पर कार्रवाई की बात कही थी लेकिन, अखिलेश यादव के पास इस बात का जवाब नहीं है कि किसानों की आत्महत्या पर आखिर उन्होंने क्या कार्रवाई की। भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों को जेल भेजने का वादा झूठा निकला। सपा और बसपा की मिली भगत से ऐसे लोगों को संरक्षण मिलता रहा है। उन्होंने पूछा कि आखिर प्रदेश सरकार ने लैपटॉप योजना बीच में ही क्यों छोड़ दी। कहा कि सपा सरकार ने मुसलमानों के साथ भी छल किया है।
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