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    यूपी चुनाव: मायावती ने कहा, सपा के शासन में प्रदेश में गुंडागर्दी बढ़ी

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Mon, 13 Feb 2017 07:24 PM (IST)

    इटावा में में मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी ही उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी का सबसे बड़ा कारण है। यहां पर दादरी, मथुरा, बुलंदशहर कांड जंगलराज का सबूत हैं।

    यूपी चुनाव: मायावती ने कहा, सपा के शासन में प्रदेश में गुंडागर्दी बढ़ी

    इटावा (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती आज समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा में जमकर गरजीं। मायावती के निशाने पर समाजवादी पार्टी के शासनकाल की गुंडागर्दी रही।

    इटावा के साथ मायावती ने आज उन्नाव में भी चुनावी सभा की। इटावा में में मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी ही उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी का सबसे बड़ा कारण है। यहां पर दादरी, मथुरा, बुलंदशहर कांड जंगलराज का सबूत हैं। इस सरकार के कार्यकाल में काम कम अपराध ज्यादा बोलता है। समाजवादी पार्टी ने पांच साल में गुंडों के साथ मीडिया में रुपए तो बांटे लेकिन जनता को फूटी कौड़ी तक नहीं दी।

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    पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पुत्रमोह में फंसकर भाई शिवपाल सिंह यादव को कदम-कदम पर अपमानित किया है। अब समाजवादी पार्टी के लोग ही इनको हराने का काम करेंगे। मायावती ने कहा कि प्रदेश में दलित बेस वोट पूरी तरह एकजुट है भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए इसमें अल्पसंख्यक का वोट भी जुड़ गया है।

    इसके बाद मायावती ने निशाने पर प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी थे। मायावती ने कहा कि मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान कालाधन लाकर गरीबों को बांटने की बात कहीं थी। उनकी यह जुमला भी था। भाजपा की सरकार बने पौने तीन वर्ष हो गए हैं,क्या किसी खाते में पैसा पहुंचा या गरीबो का कर्ज माफ हुआ। इसके ऊपर नोटबंदी की मार से अभी भी 90 फीसदी लोग उबर नहीं पाए। करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। लाखों का रोजगार समाप्त हो गया है। धंधा चौपट हो गया है। मोदी ने नोटबंदी के पहले ही अपनों लोगो का कालाधन ठिकाने लगवा दिया। मायावती ने कहा कि मोदी ने नोटबंदी का फैसला स्वार्थवश लिया।

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    फिलहाल तो भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में भी झूठे वादे कर अपनी सरकार बनाने का सपना देख रही है। भारतीय जनता पार्टी अगर सत्ता में आयी तो आरक्षण खत्म कर देगी, यह सूत्रों से पता चला है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार में अल्पसंख्यंको के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। अब पार्टी तीन तलाक में दखल दे रही है। गोरक्षा, लव जेहाद के नाम पर अल्पसंख्यंको का उत्पीडऩ हो रहा है। सच्चर कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं होने देगी बीजेपी। 1992 में समय से पहले ही बीजेपी ने सत्ता गवाई। दिल्ली की कानून व्यवस्था को जब बीजेपी संभाल नहीं पा रही तो यूपी को कैसे संभालेगी।

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    मायावती ने कहा कि बसपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। निर्दोष लोगों को जेल से निकाला जाएगा। बीजेपी की हार को दर्शा रहा है पहले चरण का चुनाव। किसानों की फसलों का मिलेगा उचित दाम मिलेगा।सपा ने जिनके नाम बदले उन्हें फिर से बहाल किया जायेगा। व्यापारियों के लिए अलग से आयोग गठित होगा। जरुरत के हिसाब से आर्थिक मदद मिलेगी युवाओं को। पका हुआ घटिया खाना नहीं दूध, फल, चना, अंडा ही दिए जाएंगे। एक लाख तक का कर्ज माफ होगा। दलित व गरीबो को सरकारी जमीनों के पट्टे दिए जाएंगे और विशेष अभियान के जरिये कब्जा करने वाले दबंगों को जेल में डाला जाएगा।

    दलितों को आरक्षण तो मुस्लिमों को दिखाया मोदी का खौफ

    उन्नाव। छह विधानसभा सीटों के पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में हुई जनसभा में कानून व्यवस्था पर सपा को घेरने और मुख्यमंत्री अखिलेश को दागी चेहरा बताते हुए मायावती ने दलितों को भाजपा द्वारा आरक्षण खत्म कर दिए जाने की की साजिश करने का खौफ दिखाया तो मुस्लिमों को मोदी का। मुस्लिमों को समझाने की कोशिश की कि बसपा का दलित वोट एकमुश्त उनके साथ है वह भी आ जाते हैं तो भाजपा सत्ता पर काबिज नहीं हो पाएगी। साथ ही खौफ भी दिखाया कि सपा की लुटिया तो शिवपाल सिंह ही डुबा देने वाले है उनके लोग सपा के प्रत्याशियों को हरवाने की कोशिश में लगे हैं, एेसे में सपा को दिया गया वोट बर्बाद ही जाएगा और भाजपा को इसका लाभ होगा। उन्होंने तीन तलाक का हवाला देते हुए उकसाया भी कि भाजपा उनके शरियत के कानून से खिलवाड़ करने की कोशिश में हैं। उनके करीब आधा घंटे के भाषण में पार्टी के नारे ..सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय.. का जिक्र तक नहीं था सिवाय मुस्लिमो को रिझाने और दलितों को आरक्षण खत्म होने का खौफ दिखाने के।