यूपी चुनाव 2017: पांचवें चरण में भी आपराधिक रिकॉर्ड वाले नेताओं पर पार्टियों की कृपा
भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को पांचवें चरण के चुनावी दंगल में उतारा है।
By Tilak RajEdited By: Published: Sat, 25 Feb 2017 11:21 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 04:15 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में रिकॉर्ड 61 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ। पांचवें चरण के मतदान से भी यही उम्मीद जताई जा रही है। पांचवें चरण में 11 जिलों की 51 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण में 617 उम्मीदवार चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। इनमें से 612 के प्राप्त हुए हलफनामों से यह जानकारी सामने आई है कि इस चरण में भी 100 से ज्यादा आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार मैदान में हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव के अगले चरणों में भी शायद ही कोई ऐसा चरण देखने को मिले, जिसमें आपराधिक छवि वाले नेता मैदान में ना हों। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिर्फोम्स ने यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कराने वाले 617 में से 612 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है। इससे सामने आया है कि 612 में से 117 यानि 19 फीसद उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। हालांकि अलापुर सीट पर चुनाव टलने के कारण अब कुल 607 उम्मीदवार ही मैदान में बचे हैं।
चुनाव आयोग को दी जानकारी में पता चलता है कि इन 117 में से 96 यानि 16 फीसद उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित अपराध इत्यादि शामिल हैं। वहीं 9 उम्मीदवारों पर हत्या(आईपीसी की धारा 302) के तहत मामले चल रहे हैं। इसके साथ ही 24 उम्मीदवारों पर हत्या का प्रयास और 8 उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले चल रहे हैं।
भाजपा ने उतारे सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार
अगर दलवार देखें तो भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को पांचवें चरण में चुनावी दंगल में उतारा है। भाजपा के 51 में से 21 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। वहीं बहुजन समाज पार्टी के 51 में से 23, आरएलडी के 30 में से 8, समाजवादी पार्टी के 42 में से 17, कांग्रेस के 14 में से 3 और 220 में से 19 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलें घोषित किये हैं।
42 फीसद संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के पांचवें चरण में 52 में से 22 यानि 42 फीसद निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां राजनीतिक दलों के कम से कम 3 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। इन संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 11 जिलों की 52 सीटों पर वोटिंग होनी थी। लेकिन आलापुर की सुरक्षित विधानसभा सीट से समाजवादी उम्मीदवार चंद्रशेखर कनौजिया की मौत के बाद उस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया है और अब इस चरण में 51 सीटों पर ही मतदान होगा।
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