MCD चुनावः केजरीवाल ने थामी नाराज नेताओं को मनाने की कमान
पंजाब में उम्मीद के अनुरूप सफलता न मिलने और गोवा में पार्टी की करारी शिकस्त से परेशान केजरीवाल नाराज लोगों के घर अकेले ही पहुंच जा रहे हैं।
नई दिल्ली (नवीन गौतम)। आम आदमी पार्टी में पहले टिकट वितरण, फिर और कुछ वार्डों में उम्मीदवार बदलने के बाद पार्टी में उभरे असंतोष को थामने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मैदान में उतर आए हैं।
पंजाब में उम्मीद के अनुरूप सफलता न मिलने और गोवा में पार्टी की करारी शिकस्त से परेशान केजरीवाल नाराज लोगों के घर अकेले ही पहुंच जा रहे हैं। उनके यहां फीकी चाय पीते हैं, पार्टी हित में जुटने का अनुरोध करते हैं और फिर भविष्य में उचित सम्मान दिलाने का आश्वासन देकर रवाना हो जाते हैं।
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इसी रणनीति के तहत शनिवार देर शाम केजरीवाल पंजाबी बाग के जयदेव पार्क में मोनिका गोयल के घर पहुंचे। स्थानीय विधायक शिवचरण गोयल की सहमति पर मोनिका को पार्टी ने 4 मार्च को कर्मपुरा वार्ड से उम्मीदवार घोषित किया था, जिससे इस सीट पर पहले से ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे आप संगठन के मोतीनगर विधानसभा अध्यक्ष राजीव गोयल के समर्थकों ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया।
राजीव अपनी पत्नी गुंजन गोयल के लिए टिकट मांग रहे थे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व के समक्ष अपनी बात रखी। इसी बीच मोनिका ने भी चुनाव कार्यालय खोलकर प्रचार शुरू कर दिया, मगर 23 मार्च को पार्टी ने दिल्ली में एक दर्जन उम्मीदवार बदलने का ऐलान कर दिया, जिसमें कर्मपुरा वार्ड से मोनिका के स्थान पर गुंजन गोयल को उम्मीदवार घोषित किया गया। इससे मोनिका के समर्थकों में नाराजगी बढ़ गई।
विधायक शिवचरण गोयल भी मोनिका का टिकट काटे जाने से नाराज होकर इस वार्ड के चुनाव प्रचार से दूर हो गए। उधर, गुंजन ने चुनाव कार्यालय खोलकर प्रचार शुरू कर दिया, मगर बड़ी तादाद में आप कार्यकर्ताओं के नाराज हो जाने और विधायक के चुनाव प्रचार से दूर रहने के कारण आप उम्मीदवार को काफी दिक्कत आ रही है।
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आप के विरोध में कई तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया था, जिन्हें थामने के लिए केजरीवाल खुद आगे आए। बताया जाता है कि उन्होंने शिवचरण गोयल से कई बार फोन पर भी प्रचार में जुट जाने के लिए कहा तो विधायक ने अपनी मजबूरी बताई।
उन्होंने केजरीवाल को बताया कि उनके समर्थक नाराज हैं, जिसकी वजह से उनके लिए दुविधा की स्थिति है। इसी दुविधा से विधायक को निकालने के लिए शनिवार देर शाम केजरीवाल अकेले ही पहले विधायक के घर पहुंचे, जहां से वे शिवचरण को साथ लेकर मोनिका गोयल के घर गए।
वहां उन्होंने संजीव भारद्वाज, अजय शर्मा व ज्योति भारद्वाज सहित उन समर्थकों को भी बुला लिया, जिन्होंने मोनिका के उम्मीदवार घोषित होते ही उनके प्रचार की कमान संभाल ली थी। एक घंटे तक केजरीवाल मोनिका के घर रुके, फीकी चाय पी और उन्होंने आपसी मतभेद भुलाकर पार्टी उम्मीदवार को जिताने की अपील की।
इससे पहले मोनिका व उनके समर्थकों ने उम्मीदवार बदले जाने पर नाराजगी जताई। इस पर केजरीवाल ने आश्वस्त किया कि भविष्य में सब बातों का ध्यान रखेंगे। केजरीवाल के कमान संभालने का असर भी नजर आया, जब रविवार को कुछ इलाकों में विधायक भी उम्मीदवार के साथ प्रचार के लिए निकले।
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