पाकिस्तान की बौखलाहट
पाकिस्तान ने एक बार फिर भारतीय सीमाओं पर जिस पैमाने पर गोलाबारी शुरू की है, उससे गांववासियों में दहशत व्याप्त होना स्वाभाविक है। विगत दिवस पाकिस्तान ने पुंछ जिले के साब्जियां सेक्टर में भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी कर आतंकियों को इस ओर धकेलने की कोशिश की। इस दौरान उसने कई रिहायशी इलाकों में मोर्टार और रा
पाकिस्तान ने एक बार फिर भारतीय सीमाओं पर जिस पैमाने पर गोलाबारी शुरू की है, उससे गांववासियों में दहशत व्याप्त होना स्वाभाविक है। विगत दिवस पाकिस्तान ने पुंछ जिले के साब्जियां सेक्टर में भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी कर आतंकियों को इस ओर धकेलने की कोशिश की। इस दौरान उसने कई रिहायशी इलाकों में मोर्टार और राकेट भी दागे। इनमें तीन महिलाओं सहित छह ग्रामीण घायल हो गए।
दुख की बात यह है कि गोलाबारी से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि पाकिस्तान ने आरएसपुरा सेक्टर के अरनिया क्षेत्र में पित्तल व टैंट गार्ड पोस्टों पर गोलियां दागी, जिससे गांव वासियों में जबरदस्त दहशत व्याप्त हो गई, क्योंकि गत माह भी पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों के अलावा रिहायशी इलाकों में फायरिंग की थी, जिससे किसानों की धान की फसल पर संकट मंडराने लगा था। अब जबकि खेतों में धान की फसल लगी हुई है और इस फसल को पानी, खाद की जरूरत है। अगर पाकिस्तान फायरिंग से बाज नहीं आया तो किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
हद तो यह है कि गोलाबारी रात को होती है, जिससे ग्रामीण न तो घरों से बाहर निकल सकते हैं और न ही अंधेरे में सुरक्षित स्थानों में शरण ले पाते हैं। गत माह भी पाकिस्तान की अरनिया सब सेक्टर के अंतर्गत 25 गांवों में गोलाबारी से लोगों को पलायन करने को मजबूर होना पड़ा था। कुल मिलाकर यही हाल अखनूर सेक्टर के परगवाल इलाके में भी था। अब फिर से गोलाबारी के चलते सबसे ज्यादा चिंता किसानों को सता रही है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सैकड़ों एकड़ भूमि में धान की फसल लगी है। किसानों की कुछ जमीन तारबंदी के आगे भी है, जहां सीमा सुरक्षाबल के जवान नहीं जाने देते क्योंकि हालात पहले जैसे नहीं है। गोलाबारी किसी मसले का समाधान नहीं है।
पाकिस्तान की कोशिश है कि किसी तरह गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाई जाए। पाकिस्तान की बौखलाहट का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अमेरिका में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर पर बेतुका बयान दिया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका सहित अन्य देशों को यह संदेश दिया कि आतंकवाद से किसी समस्या का समाधान नहीं निकल सकता।
(स्थानीय संपादकीय: जम्मू-कश्मीर)
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