दादरी कांडः UP पुलिस पहले दिन से ही जानती थी बिसाहड़ा का सच !
मोहम्मद इकलाख के घर फ्रिज में मिला मांस का टुकड़ा मटन था, लेकिन पुलिस इस सच को पहले दिन से ही जानती थी। मथुरा लैंब से आई फॉरेंसिंक जांच रिपोर्ट से तो यहीं बयां होता है।
नई दिल्ली। फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट से भले ही यह खुलासा हुआ हो कि मोहम्मद इकलाख के घर फ्रिज में मिला मांस का टुकड़ा मटन था, लेकिन यह कम ताजुज्ब की बात नहीं कि पुलिस इस सच को पहले दिन से ही जानती थी। मथुरा लैब से आई फॉरेंसिंक जांच रिपोर्ट से तो यही बयां होता है।
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फॉरेंसिक जांच में सच आया सामने
नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस पहले दिन से ही मोहम्मद इकलाख के घर फ्रिज में मिले मांस का सच जानती थी। लेकिन पुलिस किसी तरह का कोई इल्जाम अपने सिर नहीं लेना चाहती थी। ऐसे में मथुरा लैब से फॉरेंसिक जांच से सच सामने लाने का फैसला लिया गया। अब सच सामने आ गया है।
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मथुरा लैब में हुई थी जांच
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोेएडा के बिसाहड़ा गांव में गोमांस रखने व खाने की अफवाह के चलते मोहम्मद इकलाख को पीटकर मारने के मामले में सच सामने आ गया है। मथुरा लैब से आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इकलाख के फ्रीज में मिला मांस का टूकड़ा गाय का मांस नहीं, बल्कि मटन था।
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सच्चा साबित हुई परिवार
मरहूम इकलाख का परिवार पहले दिन से यह दावा कर रहा था कि उनके घर में गोमांस नहीं था। फॉरेंसिंक जांच में हुए खुलासे के बाद परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन हिंसा में इकलाख की मौत का गम भी है।
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नोएडा के जिला प्रशासन ने इस कांड के तूल पकडऩे के बाद मीट की पशु डॉक्टर से जांच कराई। फिर इसको मथुरा के पशु चिकित्सालय की फोरेंसिक लैब में भेजा गया।
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गौरतलब है कि नोएडा के दादरी के बिसाहड़ा गांव 28 सितंबर की रात मोहम्मद इकलाख के घर में गौ-मांस होने की अफवाह पर उनकी हत्या कर दी गई थी। हमले में इकलाख के पुत्र दानिश को भी जमकर पीटा गया था, जिसके बाद उसको गंभीर हालत में कैलाश हास्पिटल में भर्ती कराया गया।
लोगों में इकलाख के घर में गौ-मांस मिलने की खबर से गुस्से का आलम यह था कि पुलिस के पहुंचने के बाद भी भीड़ अखलाक और उसके बेटे को जानवरों की तरह पीट रही थी। इस नृशंस हत्या के बाद देशभर में इसकी निंदा हुई।