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    नौ करोड़ का भैंसा और एक करोड़ की भैंस देखकर चकित हुए PM, पढ़ें खबर

    By Ramesh MishraEdited By:
    Updated: Sun, 20 Mar 2016 09:44 PM (IST)

    पूसा में कृषि उन्नति मेला का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर जब युवराज (झोटा) पर पड़ी तो वे भी कुछ देर के लिए आश्चर्य में पड़ गए।

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    पश्चिमी दिल्ली [ गौतम कुमार मिश्रा ] । पूसा में कृषि उन्नति मेला का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर जब युवराज (झोटा) पर पड़ी तो वे भी कुछ देर के लिए आश्चर्य में पड़ गए।

    उन्हें बताया गया कि इसकी कीमत करोड़ों में कई अवसरों पर लगाई जा चुकी है। युवराज केवल प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि मेला में देश के कोने-कोने से पहुंचे किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। इसकी फोटो खींचने के लिए लोगों के बीच होड़ मची थी।

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    आठ साल का युवराज मुर्रा नस्ल का झोटा है। इसे हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिला स्थित सुनारिया गांव से प्रदर्शनी के लिए लाया गया है। इसके मालिक कर्मवीर बताते हैं कि करनाल में आयोजित पशु मेले में व्यक्ति ने इसकी कीमत नौ करोड़ रुपये तक लगा दी थी, लेकिन इसे बेचा नहीं।

    वे बताते हैं कि युवराज के खानपान व देखभाल में प्रति महीने करीब एक लाख रुपये का खर्च आता है, लेकिन युवराज से होने वाली आमदनी करीब साढ़े तीन लाख महीने है। यह रोजाना 20 लीटर दूध, 10 किलो फल, 10 किलो दाना, छह किलो मटर खाता है।

    इसके अलावा हरा चारा, तोड़ी भी इसे दिया जाता है। इसकी देखभाल के लिए तीन कर्मचारी दिनरात जुटे रहते हैं। रोजाना शाम के समय इसे 6 किलोमीटर सैर कराया जाता है।

    युवराज के बाड़े के बगल में मेडल पहने लाखों रानी (भैंस) नजर आती है। लोगों की भीड़ इसे भी देखती है। हरियाणा के हिसार जिले के सिंघवाखास गांव के किसान होशियार सिंह लेकर यहां पहुंचे हैं। लाखो रोजाना 24 लीटर दूध देती है। इसकी कीमत एक करोड़ तक लगाई जा चुकी है। भैंस व झोटा के अलावा विभिन्न नस्लों के देशी गायों के प्रदर्शनी भी हैं। इनमें गीर, साहीवाल, थारपारकर नस्ल की गाय हैं।

    फूल का शेर और फल का घर
    मेला परिसर के प्रवेश द्वार के नजदीक बने एक घर के आगे लोग रुकने को विवश हो रहे हैं। इस घर को बनाने में कंक्रीट या ईंट का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इस घर को बनाने में संतरा, नींबू, केला व अन्य फलों का इस्तेमाल किया गया है। इस घर का मॉडल गांव के एक घर का है। इस मॉडल में घर, मचान, खेत, किसान सभी कुछ फल से बनाए गए हैं। मेक इन इंडिया के प्रतीक बब्बर शेर को भी यहां यहां फूलों से तैयार किया गया है।