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    नोएडा : रहस्‍यमयी बुखार से सहमा पूरा सर्फाबाद गांव, केंद्रीय मंत्री ने किया गांव में दौरा

    By Ramesh MishraEdited By:
    Updated: Sat, 27 Aug 2016 02:57 PM (IST)

    नोएडा के सर्फाबाद गांव में रहस्यमय बुखार का भय बरकरार है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री डा महेश शर्मा ने गांव का दौरा किया और प्र शासन को सख्‍त चेतावनी दी।

    नोएडा [ जेएनएन ] । सर्फाबाद गांव में रहस्यमय बुखार को लेकर ग्रामीणों की चिंता बरकरार है। गांव में बुखार से 15 दिनों में एक दर्जन से अधिक मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया, लेकिन अभी भी उक्त बुखार के कारणों का पता नहीं चल सका है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग अंधेरे में तीर चला रहा है। मौके की नजाकत को देखते हुए क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ने आज दोपहर 2 बजे गांव का दौरा किया और पीडि़त परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने पीडि़तों को हर मदद का भरोसा दिलाया।

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    सर्फाबार पहुंचे केंद्रीय मंत्री से ग्रामीणों ने प्रशासन की असलियत बताई। ग्रमीणों ने महेश शर्मा को बताया की फागिंग के लिए नोएडा प्राध्ािकरण की आई टीम ने सिर्फ औपचारिकता निभाई। अभी भी फागिंग सभी जगह नहीं हुई। गांव की हालत देखकर खुद महेश शर्मा स्तब्ध रह गए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से फोन पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि प्राथमिकता के साथ ग्रामीणों को राहत प्रदान किया जाए।

    केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि गांव में नियमित सफाई की व्यवस्था बनाये रखने के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। यहां गांव वालों की मांग पर पीएचसी सेंटर खुलवाने का भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों से बात करके जो जरुरत होगी उसे पूरा किया जायेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कैलाश अस्पताल की तरफ से भी लोगों के लिए निःशुल्क कैंप लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव की आबादी क्षमता से ज्यादा होने के कारण कई तरह की समस्या पैदा हुईं हैं।

    बता दें कि बुखार पीडि़तों को मलेरिया संदिग्ध मानकर चल रहे विभाग के दावाें की पोल खुल चुकी है। जांच रिपोर्ट में मलेरिया की बात खारिज हो चुकी है। दो दिन में लिए गए 91 नमूनों में 65 की रिपोर्ट मलेरिया निगेटिव आई है। दो में इंफेक्शन होने की बात बताई गई है।

    24 नमूने डेंगू संदिग्ध मानकर लिए गए हैं, इसकी रिपोर्ट आज यानि शनिवार को आने की संभावना है। शुक्रवार को सर्फाबाद पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 612 लोगों को दवा देकर 51 लोगों के खून के नमूने लिए। पहले दिन 300 लोगों को दवा दी गई थी और 40 नमूने लिए गए थे।

    स्वास्थ्य विभाग के कैंप में दो दिन में ही 900 से अधिक बुखार पीडि़त सामने आ चुके हैं। अभी यह कैंप लगातार चलता रहेगा। अगले दो-तीन दिन में बुखार पीडि़तों की संख्या 2000 के आंकड़े को पार कर सकती है। दैनिक जागरण ने अपनी पड़ताल के बाद सर्फाबाद में 2000 से अधिक बुखार पीडि़त होने की खबर छापी थीं। यह दावा दो दिन में 900 से अधिक मरीज सामने आने के बाद सच साबित होता दिख रहा है।


    विभाग कर रहा सीजनल वायरल बुखार होने का दावा

    मलेरिया का दावा खारिज होने के बाद स्वास्थ्य विभाग अब सीजनल वायरल बुखार होने का दावा कर रहा है। विभाग ने 24 मरीजों में डेंगू की आशंका भी जताई है। इनके नमूने एनएस 1 जांच के लिए जिला अस्पताल में भेजे गए हैं। आज इसकी रिपोर्ट भी आ जाएगी। गांव के लोगों में बुखार को लेकर चिंता व्याप्त है। उन्हें दवा असर नहीं कर रही। इससे बुखार का रहस्य लगातार बना हुआ है।

    अंतरिम रिपोर्ट में बुखार से मौत का दावा किया खारिज

    स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को देर शाम सर्फाबाद में रहस्यमय बुखार से हुई मौत के मामले में अंतरिम जांच रिपोर्ट जिला अधिकारी एनपी सिंह को सौंप दी है। अभी छह लोगों की मौत के कारणों की पड़ताल की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजय दीपक वर्मा ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई है, उन्हें बुखार के साथ कोई न कोई दूसरी बीमारी भी थी। फाइनल रिपोर्ट आज सौंपी जा सकती है।

    झोलाछाप को मिला बढ़ावा
    10 हजार से अधिक आबादी वाले गांव में कोई भी सरकारी अस्पताल न होने से यहां झोलाछाप डॉक्टरों व अवैध क्लीनिक की बाढ़ आ गई। बगैर डिग्र्री के क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।

    छिजारसी में चला गया एक मात्र आयुर्वेदिक अस्पताल

    वर्ष-1989-90 के दौरान यहां चार बिस्तर वाला एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय हुआ करता था। वर्ष 1996 में यह अस्पताल गांव में किराये की बिल्डिंग नहीं मिल पाने से छिजारसी चला गया। पूर्व आयुर्वेद अधिकारी सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि यह अस्पताल अभी छिजारसी में भी सर्फाबाद राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के नाम से ही चल रहा है।

    अभी तक लिए गए नमूनों की जांच में मलेरिया निगेटिव निकला है। सिर्फ दो में इंफेक्शन होना पाया गया। डेंगू के संदिग्ध 24 नमूने जांच के लिए जिला अस्पताल भेजे गए हैं। ऐसा लग रहा है कि लोगों को सीजनल वायरल फीवर है।
    - विजय दीपक वर्मा, सीएमओ, गौतमबुद्ध नगर।