...तो इस तरह दिल्ली लाई जाती थीं पूर्वोत्तर की लड़कियां, करवाया जाता था देह व्यापार
आरोपी मेघालय, त्रिपुरा, असम, मणिपुर व मिजोरम से लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाते थे और यहां देह व्यापार के दलदल में धकेल देते थे।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली में नौकरी लगवाने का झांसा देकर पूर्वोत्तर की युवतियों को देह व्यापार के धंधे में धकेलने वाले गिरोह के 2 नेपाली नागरिकों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम निखिल उर्फ कमल उर्फ सुमित राना और रेम बहादुर उर्फ दीपक हैं। इनकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
आरोपी मेघालय, त्रिपुरा, असम, मणिपुर व मिजोरम से लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाते थे और यहां देह व्यापार के दलदल में धकेल देते थे। पिछले साल अगस्त में इनके बारे में दिल्ली पुलिस को शिकायत मिली थी। पुलिस ने तब कार्रवाई करते हुए पूर्वी दिल्ली से मेघालय की युवती को मुक्त कराया था।
यह भी पढ़ें: महिला बोली- कुंवारी लड़कियों की मांग करता था सिपाही, 2 हजार में रफा-दफा हुआ मामला
जांच में पता चला था कि निखिल नौकरी दिलाने के बहाने उसे दिल्ली लाया था और यहां उससे देह व्यापार कराया जाता था। पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राम निवास की टीम ने उसको मुनिरका से गिरफ्तार कर लिया। जिस समय उसे गिरफ्तार किया गया रेम बहादुर सड़क के दूसरी तरफ कार में बैठा था।
रेम बहादुर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम ने पीछा कर बदरपुर के पास उसे दबोच लिया। पूछताछ में निखिल ने बताया कि 2002 में वह दिल्ली आया था और यहा ढाबे पर काम करने लगा। इसी दौरान उसका डीएल बन गया और उसने ड्राइविंग शुरू कर दी। 2013 में वह सेक्स रैकेट चलाने वाले बीरू व जीवन के संपर्क में आया। बीरू से झगड़ा होने के बाद वह उससे अलग हो गया। उसने बताया कि उसके साथ धनराज, कुसुम और सूरज भी शामिल हैं। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।