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    जानिए, राजौरी गार्डन विस उपचुनाव में कम मतदान से क्‍यों बेचैन हुई BJP

    By Pratibha Kumari Edited By:
    Updated: Mon, 10 Apr 2017 07:23 PM (IST)

    मतदान को लेकर मतदाताओं में जिस तरह से उदासीनता दिखी उससे पार्टी के नेता सकते में हैं।

    जानिए, राजौरी गार्डन विस उपचुनाव में कम मतदान से क्‍यों बेचैन हुई BJP

    नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में प्रचंड जीत से उत्साहित भाजपा की नजर अब दिल्ली पर है। उसका मानना है कि दिल्ली में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर है और इसका फायदा उसे राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव के साथ ही नगर निगम चुनाव में भी मिलेगा।

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    इसलिए वह मतदान फीसद बढऩे में अपना फायदा देख रही है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को जमीन पर काम करने को कहा जा रहा है, लेकिन रविवार को उपचुनाव में मतदान को लेकर मतदाताओं में जिस तरह से उदासीनता दिखी उससे पार्टी के नेता सकते में हैं।

    राजौरी गार्डन विधानसभा सीट भाजपा की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल के पास है। इसलिए इस बार भी अकाली उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा मैदान में हैैं, लेकिन मोदी लहर को भुनाने के लिए उन्हें भाजपा के चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतारा गया था।

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    पार्टी को उम्मीद थी कि भारी संख्या में मतदाता घरों से निकलकर मतदान करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लगभग 47 फीसद लोगों ने ही मताधिकार का प्रयोग किया है। जबकि वर्ष 2013 विधानसभा चुनाव में यहां मतदान फीसद 69.94 रहा था।

    वहीं, वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में 72.30 फीसद मतदान हुआ था। इस तरह से मतदान फीसद में गिरावट से भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ गई है। उनका कहना है कि चुनाव परिणाम जो भी है, लेकिन इससे साफ संकेत है कि दिल्ली के लोग चुनाव को लेकर उत्साहित नहीं हैैं।

    यदि मतदाताओं की उदासीनता निगम चुनाव में भी बरकरार रही तो पार्टी को नुकसान हो सकता है। इसलिए अभी से इस दिशा में काम करने की जरूरत है। इसके लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविवार को पार्टी कार्यालय में मंथन करते रहे। प्रदेश भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के भी कई पदाधिकारी राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र में कम मतदान के कारणों की पड़ताल करने में व्यस्त रहे।

    उल्लेखनीय है कि भाजपा का जोर मतदान फीसद बढ़ाने के लिए बूथ स्तरीय टीम को मजबूत करना है। इसके लिए पंच परमेश्वर के नाम से प्रत्येक बूथ पर बूथ प्रबंधन समिति बनाई गई है। इन्हें चुनाव तक प्रत्येक घर में तीन-तीन बार जाकर भाजपा प्रत्याशी के लिए समर्थन मांगना है।

    भाजपा समर्थक हरहाल में बूथ तक पहुंचे यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पंच परमेश्वर को दी गई है, लेकिन विधानसभा उपचुनाव में कम मतदान फीसद से पंच परमेश्वर के काम की भी समीक्षा करने की जरूरत बताई जा रही है।

    वहीं, इस बारे मे प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जा रहे हैं। वे लोगों को भाजपा की नीतियां बताने के साथ ही उनसे मतदान में भाग लेने की अपील कर रहे हैं, लोग भी निगम चुनाव को लेकर उत्साहित हैं।