कालेेधन की 'सफेदी' में शामिल रोहित टंडन को ईडी ने किया गिरफ्तार
पेशे से वकील रोहित टंडन को काला धन को सफेद करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को तलब किया था। गुरुवार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिय ...और पढ़ें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। करोड़ों रुपये की नकदी रखने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील रोहित टंडन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के अनुसार रोहित टंडन ने दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक की शाखा में 60 करोड़ रुपये का कालाधन फर्जी खातों में जमा कराकर सफेद कराया था। बैंक के मैनेजर आशीष कुमार को ईडी पहले ही गिरफ्तार चुका है। इसके अलावा रोहित टंडन ने कोलकाता के उद्योगपति पारसमल लोढ़ा के माध्यम सात करोड़ रुपये के पुराने नोटों को नए नोट में बदलवाया था।
रोहित टंडन के बाद इस गोरखधंधे में शामिल दूसरे लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पिछले कई दिनों से रोहित टंडन से उसके घर पर मिले करोड़ों रूपये की नकदी और बैंक में जमा कराए गए पैसों के बारे में पूछताछ की जा रही थी। जांच अधिकारियों को आशंका है कि रोहित टंडन के पास से पकड़ी गई ये नकदी दिल्ली के हाईप्रोफाइल लोगों की है। लेकिन रोहित टंडन इन लोगों का नाम बताने को तैयार नहीं है। जांच में रोहित टंडन के असहयोग को देखते हुए ईडी ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
वकील के ऑफिस से 13.65 करोड़ बरामद, नोट गिनने की मशीनें भी मिलीं
अदालत ने टंडन को दो जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इसके साथ ही पारसमल लोढ़ा की सात दिन की हिरासत गुरूवार को खत्म हो रही थी। अदालत ने उसे भी दो जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। बुधवार को गिरफ्तार किया गया कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर पहले से ही दो जनवरी तक ईडी की हिरासत में है। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तीनों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। सीबीआइ की कोशिश उन हाईप्रोफाइल लोगों तक पहुंचना है, जिनके कालेधन को रोहित टंडन और पारसमल लोढ़ा ने सफेद किया था। लेकिन दोनों ही इन लोगों को नाम बताने को तैयार नहीं है।
कालेधन का कुबेर है रोहित टंडन, बड़े कारोबारियों और सफेदपोश लोगों से है संपर्क
वैसे ईडी ने टंडन और लोढ़ा के मोबाइल फोन और कंप्यूटर से उन लोगों के नाम निकाले हैं, जिनसे ये दोनों इस दौरान लगातार संपर्क में थे। इनमें कुछ एसएमएस और ईमेल से कालेधन को सफेद कराने वालों की पहचान भी हो गई है। लेकिन सिर्फ इलेक्ट्रानिक सबूतों के आधार पर इन हाईप्रोफाइल लोगों पर हाथ डालने से ईडी परहेज कर रहा है। देखना यह है कि ईडी लोढ़ा और टंडन से कितना कुछ उगलवा पाती है। गौरतलब है कि इसी महीने रोहित टंडन के दफ्तर और घर पर मारे गए छापे में 13.56 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे। इसके साथ ही नोट गिनने वाली दो मशीने भी मिली थी। इसके पहले आयकर विभाग छापे के बाद उसने आइडीएस 125 करोड़ रुपये का कालाधन घोषित किया था। लेकिन नोटबंदी के बाद फिर मारे गए छापे में उसके पास से करोड़ रुपये के नोट बरामद हो गए थे।

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