सर्जिकल स्ट्राइक पर राहुल-केजरीवाल ने मांगे थे सबूत, कोर्ट में याचिका स्वीकार
बॉलीवुड अभिनेता मरहूम अोमपुरी को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन पिछले दिनों हुई मौत के बाद आरोपियों में से उनका नाम हटा दिया गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। जम्मू कश्मीर में उड़ी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक करने पर सवाल उठाने वाले अरविंद केजरीवाल एक बार फिर घिर गए हैं। इस मामले में 22 फरवरी को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई होगी।
अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी सुनील बेनीवाल के समक्ष पेश मामले में आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें बॉलीवुड अभिनेता मरहूम अोमपुरी को भी आरोपी बनाया गया था, लेकिन पिछले दिनों हुई मौत के बाद आरोपियों में से उनका नाम हटा दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के प्रमाण मांगने संबंधी मामले में थाने में तहरीर दी गई थी। वहीं, पुलिस ने मामला अपने क्षेत्राधिकार सीमा से बाहर होने की दलील दी थी।
उधर, शिकायतकर्ता प्रवेश कुमार की ओर से पेश अधिवक्ताओं रक्षपाल सिंह व संजीव कुमार शुक्ला ने अपना पक्ष रखने हुए कहा था कि नियमानुसार इस मामले की कहीं भी सुनवाई हो सकती है।
अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद सुनवाई के लिए 22 मार्च की अगली तारीख दी है। इसमें क्षेत्राधिकार संबंधी मुद्दे पर बहस होगी। यहां पर बता दें कि जगतपुरी थाने में सुनवाई नहीं होने पर अदालत में दी याचिका गई थी । अब अदालत ने शिकायत याचिका स्वीकार कर पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।
सर्जिकल स्ट्राइक पर यह कहा था दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने
पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सैनिकों की सर्जिकल स्ट्राइक पर अरविंद केजरीवाल ने अपने एक वीडियो संदेश में कहा था कि वह पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को सैल्यूट करते हैं। लेकिन सरकार को पाकिस्तान के इस दुष्प्रचार का भी जवाब देना चाहिए कि पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक हुआ ही नहीं और भारत का दावा झूठा है।
'खून की दलाली' कहने पर घिरे थे राहुल गांधी
बता दें कि यूपी में 'किसान यात्रा' के समापन के मौके पर राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री जवानों के खून के पीछे छिप रहे हैं और उनके खून की दलाली कर रहे हैं। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी थी। ट्वीट जरिये राहुल ने कहा कि वह पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) सर्जिकल स्ट्राइक का पूरी तरह समर्थन करते हैं, लेकिन वह देशभर में राजनीतिक फायदे के लिए पोस्टरों के जरिए सेना के इस्तेमाल के खिलाफ हैं।
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