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    चंदे को लेकर केजरीवाल पर सख्‍त हुए नरम अन्‍ना, गोविंंदाचार्य ने लिखा खत

    By Ramesh MishraEdited By:
    Updated: Tue, 27 Dec 2016 08:28 PM (IST)

    चंदे पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा के बाद अन्‍ना हजारे ने इस पर प्रहार करते हुए कहा है कि या तो आप अपने चंदे का खुलासा करें नहीं तो केजरीवाल इस्‍तीफा दें।

    नई दिल्ली [ जेएनएन ] । एक बार फिर पार्टी में चंदे को लेकर आम आदमी पार्टी विवादों में घिर गई है। अब भारतीय जनता पार्टी के सुर में सुर मिलाते हुए अन्ना हजारे ने भी आप के चंदे पर सवाल उठा दिया है। चंदे के मामले में अन्ना ने साफ कर दिया है कि इस मामले में केजरीवाल अपना पक्ष रखेंं नहीं तो अपने पद से इस्तीफा देंं। इस बीच गोविंदाचार्य ने भी केजरीवाल को पत्र लिखकर उनसे चंदे पर सवाल जवाब किया है।

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    भाजपा खेमे में प्रसन्नता

    अन्ना के इस प्रहार से भाजपा के खेमे में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई है। विपक्ष की यह खुशी बेवजह नहीं है। दरअसल, केजरीवाल की सियासत की बुनियाद दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के आंदोलन से हुई। विपक्ष काेे लगता है कि अन्ना के इस प्रहार से उनका सवाल और दावा काफी मजबूत हो गया है।

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    आप में मची खलबली

    अन्ना के इस सवाल से आप में खलबली मच गई है। आप को यह कतई उम्मीद नहीं थी कि अन्ना हजारे भी इस तरह से प्रहार कर सकते हैं। अन्ना के अप्रत्याशित सवाल से आप को यह नहीं सूझ रहा है कि अब उसका क्या स्टैंड होना चाहिए। फिलहाल अभी तक आप की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

    भाजपा ने खोला मोर्चा

    उधर, इस मामले में भाजपा ने प्रहार करते हुए कहा है कि राजनितिक पार्टियों के चंदे पर सबसे ज्यादा सवाल करने वाले केजरीवाल अपनी पार्टी को मिले चंदे की असलियत नहीं बता रहे हैं। पार्टी ने कहा कि इनकम टैक्स द्वारा भेजे गए नोटिस का आप ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की एक प्रेस वार्ता में केजरीवाल पर कई सवाल उठाए हैं।

    गोविंदाचार्य ने केजरीवाल को लिखा खत

    इस बीच भाजपा के पूर्व नेता व सामाजिक कार्यकर्ता केएन गोविंदाचार्य ने केजरीवाल को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि लोकतंत्र की शुचिता के लिए चंदे का सार्वजनिक करना आवश्यक है। उन्होंने सवाल किया है कि क्या आप द्वारा आठ नंवबर के बाद साढ़े बारह लाख रुपये से अधिक नकदी चंदा 500 या 1000 नोटों के माध्यम से लिया गया है। उन्होंने लिखा है कि यदि लिया गया है तो उसकी क्या राशि है।

    गाविंदाचार्य ने यह भी सवाल किया है.. क्या 8 नंवबर के बाद बंद किए गए पुराने नोटों को बैंक में जमा किया गया है, यदि हां तो वह कितनी राशि है ?