केजरीवाल को झटका, आडवाणी ने मुलाकात से किया इन्कार
देश में आपातकाल लगने की आशंका जताकर राजनीतिक तापमान बढ़ाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से दिल्ली के मुख्यमंत्री मुलाकात कर सकते हैं। मुलाकात का क्या मकसद है? इस बारे में सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। देश में आपातकाल लगने की आशंका जताकर राजनीतिक तापमान बढ़ाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुलाकात अब नहीं होगी। पहले यह मुलाकात शुक्रवार शाम आडवाणी के आवास पर तय थी।
दोपहर बाद लाल कृष्ण आडवाणी ने खुद बयान जारी कर केजरीवाल से मुलाकात करने से इन्कार कर दिया।एक दिन पहले ही भाजपा मार्गदर्शक मंडल के सदस्य ने आपातकाल की आशंका जताकर राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी थी। विरोधी दलों ने आडवाणी के समर्थन में बयान दिया।
आडवाणी के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने बढ़चढ़कर उनका समर्थन किया। साथ ही पार्टी ने दिल्ली की सरकार का उदाहरण दिया कि किस तरह उपराज्यपाल के जरिये अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र सरकार की तानाशाही चल रही है। इतनी ही नहीं, यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराज्यपाल के सहारे दिल्ली में तानाशाही का प्रयोग कर रहे हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल और लालकृष्ण आडवाणी की मुलाकात तय मानी जा रही थी। अब आडवाणी से इस मुलाकात से इनकार कर दिया है। जाहिर है इससे अरविंद केजरीवाल को गहरा झटका लगा है।
गौरतलब है आपात के चालीस साल पूरे होने पर कार्यक्रम के दौरान आपातकाल को इंदिरा गांधी और उनकी सरकार का अपराध बताते हुए आडवाणी ने कहा था कि यह फिर हो सकता है, भले ही देश को सवैंधानिक संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि 2015 में पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं हैं। यह संभव है कि आपातकाल देश को एक और आपातकाल से बचा सके।