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    पति-पत्नी के रिश्तों में कड़वाहट घोल रही 'वो' की दस्तक

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Sat, 18 Jul 2015 03:46 PM (IST)

    इश्क का रोग महानगर की गृहस्थी की जड़ें हिला रहा है। गर्लफ्रैंड के चक्कर में परिवार टूट रहे हैं। विवाहेत्तर संबंधों की वजह से शादियां दनादन टूट रही हैं। अवैध रिश्ते पति-पत्नी के रिश्तों में कड़वाहट घोल रहे हैं।

    नई दिल्ली [अजय पांडे]। इश्क का रोग महानगर की गृहस्थी की जड़ें हिला रहा है, तो गर्लफ्रैंड के चक्कर में परिवार टूट रहे हैं। विवाहेत्तर संबंधों की वजह से शादियां दनादन टूट रही हैं। अवैध रिश्ते पति-पत्नी के रिश्तों में कड़वाहट घोल रहे हैं।

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    बीते कुछ वर्षों में ऐसे मामलों में लगातार इजाफा हुआ है। ऑनलाइन शादियां भी बर्बादी की बड़ी वजह साबित हो रही हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं बरखा सिंह का कहना है कि विवाहेत्तर संबंधों की वजह से पति-पत्नी के बीच रिश्तों के टूटने की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

    उन्होंने कहा कि अपने दो साल के कार्यकाल के अनुभव के आधार पर वह कह सकती हैं कि परिवारों के टूटने की सबसे बड़ी वजह ये अवैध संबंध ही हैं। उन्होंने बताया कि अब एक नया चलन ऑनलाइन रिश्तों का चल रहा है जो कई बार बेहद घातक साबित हो रहा है।

    लोग अक्सर गलत जानकारी देकर शादी कर ले रहे हैं जिसकी परिणति तलाक के रूप में हो रही है। दिल्ली महिला आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो आयोग में वर्ष 2007 से अब तक महिलाओं से संबंधित 18,331 मामले आए। इनमें से 17, 338 मामलों का निपटारा हो गया।

    इनमें सबसे ज्यादा 7862 मामले पति और ससुराल के अन्य लोगों द्वारा महिलाओं को सताए जाने के आए जबकि दहेज के लिए तंग किए जाने के भी 1355 मामले आयोग के सामने दर्ज कराए गए। शायद यही वजह है कि शहर में तलाक के मामलों में भी तेजी आई है।
    आयोग के सूत्रों का कहना है कि पिछले दो वर्ष में ऐसे मामलों की झड़ी लग गई जिनमें महिलाएं अपने पति की गर्लफ्रैंड की शिकायत लेकर पहुंची। कुछ मामलों में आपसी बातचीत से रिश्ते बच गए जबकि ज्यादातर मामलों में बात बिगड़ गई।

    नई पीढ़ी में ज्यादा तल्खी की बात भी कही जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे मामले गरीब परिवारों से कम और हाईप्रोफाइल परिवारों से ज्यादा आ रहे हैं। खाते-पीते परिवारों में भी विवाहेत्तर संबंधों को लेकर तनाव बढ़ रहा है।
    सोशल वेबसाइटों के आधार पर हो रही शादियां भी मुसीबत साबित हो रही हैं। आयोग के सामने आए मामलों के आधार पर यही कहा जा सकता है कि लोग गलत जानकारी देकर शादी कर लेते हैं। यही गलती बाद में रिश्ते के टूटने की बड़ी वजह बन रहा है।