जीबी रोड : लड़कियों का जिस्म बेचकर करोड़ों कमाने वाले दंपती के साथी ने किया सरेंडर
जीबी रोड पर वेश्यावृत्ति का धंधा कराने वाले दंपती अफाक हुसैन और साइरा बेगम के साथी मसलमैन सरफराज ने आर के पुरम क्राइम ब्रांच के ऑफिस आकर सरेंडर कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के रेड लाइट इलाके जीबी रोड पर वेश्यावृत्ति का धंधा कराने वाले दंपती अफाक हुसैन और साइरा बेगम के साथी मसलमैन सरफराज उर्फ़ बिल्ली ने आज दोपहर आर के पुरम क्राइम ब्रांच के ऑफिस आकर सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि सरफराज क्राइम ब्रांच की लगातार छापेमारी से डरा हुआ था।
गौरतलब है कि जीबी रोड इलाके में कोठों का संचालन कर अरबपति बने दंपति अफाक व सायरा दिल्ली में करीब 100 करोड़ से अधिक का साम्राज्य खड़ा कर लिया था। पिछले ने पुलिस ने दंपती अफाक हुसैन और साइरा बेगम समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच ने मानव तस्करी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया था।
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राज खुलने पर पता चला कि दंपती के जीबी रोड पर पांच कोठे हैं और वह वहां का सबसे बड़ा संचालक है। दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक 60 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति अर्जित की है। क्राइम ब्रांच ने दंपती पर महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) लगा दिया था। सूत्रों की मानें तो कोठों का संचालन कर अरबपति बने दंपति आफाक व सायरा दिल्ली में करीब 100 करोड़ से अधिक का साम्राज्य खड़ा कर लिया है।
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इस तरह लड़कियों को फंसाते थे जाल में
अफाक हुसैन और उसकी पत्नी साइरा बेगम मानव तस्करों के जरिये गरीब घरों की लड़कियों को नौकरी दिलाने, घुमाने और शादी का झांसा देकर दिल्ली बुलाते हैं। फिर एक से दो लाख रुपये में बेच दिया जाता है। कई दिनों तक इन लड़कियों को भूखा रखकर, उन्हें नशीला इंजेक्शन देकर जबरन वेश्यावृत्ति करने का दबाव बनाया जाता है।
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1999 से वेश्यावृत्ति के धंधे में जुड़े दंपती के जीबी रोड स्थित कोठे से 2013 में सीबीआइ, क्राइम ब्रांच और लोकल पुलिस ने रेड कर कुछ लड़कियों को मुक्त कराया था। इसके बाद से दंपती ने कोठे की जिम्मेदारी सीधे तौर पर शमशाद, मुमताज, शिल्पा उर्फ तुलसी और पूजा को दे दी। कोठे के प्रबंधक उन्हें वेश्यावृत्ति करने के लिए दबाव बनाते थे।