'सखी घर से स्कूल तक' से टूट रही दिल्ली में 'मुन्नियों' की चुप्पी
दिल्ली में मासूमों के साथ छेड़खानी व दुष्कर्म की घटनाओं ने जहां शर्मसार किया है वहीं पुलिस की मुहिम ऑपरेशन 'सखी घर से स्कूल तक' यौन शोषण का शिकार हो रही छात्राओं के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है।
नई दिल्ली (स्वदेश कुमार)। दिल्ली में मासूमों के साथ छेड़खानी व दुष्कर्म की घटनाओं ने जहां शर्मसार किया है वहीं पुलिस की मुहिम ऑपरेशन 'सखी घर से स्कूल तक' यौन शोषण का शिकार हो रही छात्राओं के लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है।
इसके तहत पुलिस अधिकारी स्कूलों में जाकर छात्रओं को यौन शोषण के खिलाफ जागरूक करने के साथ उन्हें शिकायत के लिए मंच प्रदान कर रहे हैं। इसके तहत स्कूलों के बाहर शिकायत पत्र भी लगाए गए हैं। इसमें घर और स्कूल में किसी भी तरह की शोषण की शिकार हो रही बच्चियां शिकायत डाल सकती हैं।
पुलिस शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई कर रही है। इसके परिणाम भी देखने को मिले हैं। दिल्ली पुलिस की योजना इस मुहिम को पूरे राज्य में लागू करने की है। उत्तर-पूर्वी जिले में फिलहाल यह प्रायोगिक तौर पर चल रहा है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक उन्हें करीब दो सौ शिकायतें मौखिक और लिखित रूप में मिल चुकी हैं। इसमें एक ही थाना क्षेत्र से 70 मामले भी शामिल हैं।
पुलिस उपायुक्त वीनू बसंल ने बताया कि घर के भीतर भी बच्चियों और छात्रओं का यौन शोषण होता है, लेकिन समाज के डर व अन्य कारणों से पुलिस के पास तक नहीं पहुंच पाती। उनका डर दूर करने के लिए ही यह मुहिम चलाई जा रही है। ताकि अपराधियों को सजा मिल सके।
सीलमपुर के एसीपी आनंद कुमार मिश्र ने बताया कि शुरुआत में स्कूलों में जाकर जब हम छोटी-छोटी बच्चियों को जागरूक करने की कोशिश करते थे, वे चुपचाप सुनती थीं, लेकिन अब कई शिकायतें आ रही हैं, जिन पर कार्रवाई हो रही है।
तीन साल से भाई कर रहा था दुष्कर्म
आपॅरेशन सखी के तहत सीमापुरी में पिता द्वारा यौन शोषण की घटना सामने आने के बाद नया मामला मानसरोवर पार्क थाने का है। यहां एक छठी कक्षा की छात्र से उसका भाई (17) करीब तीन वर्षो से दुष्कर्म कर रहा था। वह उसे मोबाइल पर अश्लील फिल्म दिखाता था।
छात्र ने इसकी शिकायत मां से की तो उसने डांटा भी, लेकिन भाई नहीं माना। छात्र ने बताया कि जब घर में कोई नहीं होता, तब वह उसे डरा धमकाकर दुष्कर्म करता। पीड़िता ने हिम्मत करके अपनी सहेली को यह बात बताई। सहेली ने अपने एक दोस्त को इस बारे में बताया तो वह भी ब्लैकमेल कर हवस का शिकार बनाने लगा।
पुलिस ने पीड़ित छात्र की मेडिकल जांच के बाद दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक पीड़ित छात्र परिवार के साथ रामनगर में रहती है और सरकारी स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ती है। पिछले कुछ दिनों से छात्र बीमार और परेशान थी।
क्लास टीचर का ध्यान छात्र पर गया तो उसने कहा कि वह पुलिस दीदी को ही बताएगी। जब महिला कांस्टेबल ने छात्र से बात की तो वह फफक-फफक कर रोने लगी और भाई द्वारा दुष्कर्म की जानकारी दी। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस इस मुहिम को स्कूलों तक सीमित नहीं रखना चाहती।
इसे कॉलेज स्तर पर भी शुरू किया जाएगा। फिलहाल, इसकी शुरुआत श्यामलाल कॉलेज से हो चुकी है। पिछले दिनों कॉलेज की छात्रओं को पुलिस ने प्रोजेक्टर के माध्यम से शॉर्ट फिल्म दिखाकर गुड टच और बैड टच की परिभाषा को समझाया।